लखनऊ। नागरिकता संसोधन कानून को लेकर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों में शामिल प्रदर्शनकारी पुलिस को जलाना चाहते थे। ये खुलासा यूपी पुलिस ने किया है। पुलिस की जांच और पूछताछ के बाद इस खतरनाक प्लान के बारे में पुलिस को मालूम चला है। मेरठ में प्रदर्शनकारी पुलिस को जलाकर इस प्रदर्शनों को और ज्यादा हिंसक बनाना चाहते थे। हालांकि पुलिस की सूझबूझ से प्रदर्शनकारी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके।

उत्तर प्रदेश में नागरिकता संसोधन कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इसमें कई प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी। हिंसक उपद्रवियों ने करोड़ों रुपये की सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शन के कारण कई दिनों तक राज्य के हालात काफी खराब रहे। हालांकि प्रदेश की योगी सरकार कड़ी कार्यवाही करते हुए प्रदर्शनकारियों की पहचान कर उनसे सरकार संपत्ति को हुए नुकसान के लिए नोटिस दिया है। राज्य के सभी जिलों में उपद्रवियों से वसूली की जा रही है।

अब यूपी पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। जिसके मुताबिक मेरठ में उपद्रवी पुलिसकर्मियों को जलाना चाहते थे। जिले के लिसाड़ी गेट व हापुड़ रोड पर उपद्रवियों ने जमकर पथराव, आगजनी और फायरिंग की थी। उपद्रवी पुलिस को निशाना बनाना चाहते थे। यूपी पुलिस ने एक वीडियो क्लिप जारी की है, जिसमें दिखाया गया है कि मेरठ में उपद्रवियों ने एक दुकान के भीतर मौजूद 30 पुलिसकर्मियों को जलाने की योजना बबनाई थी। यहां पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी मौजूद थे।

जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दुकान में शरण ली थी। लेकिन ये उपद्रवियों  ने यहां पर दुकान बंद कर उसमें आग लगाने की कोशिश की थी। हालांकि उपद्रवी अपनी योजना में कामयाब नहीं हो सके और मौके पर पुलिस पहुंच गई और वहां से सुरक्षाकर्मियों को बाहर निकाला। हालांकि उपद्रवियों ने पुलिस पर फायरिंग की और इसमें दो पुलिसकर्मी और एक पत्रकार घायल हो गया था। हालांकि अब इन उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।