शहीद राम वकील इसी महीने घर आए थे और 10 फरवरी को छुट्टी पूरी कर वतन की हिफाजत के लिए पुलवामा गए थे।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद शहीदों के घर मातम छा गया है। उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। इस खतरनाक हमले में देश ने 40 जवान खो दिए। एक शहीद जवान इटावा के रहने वाले राम वकील थे। शहीद राम वकील इसी महीने घर आए थे और 10 फरवरी को छुट्टी पूरी कर वतन की हिफाजत के लिए पुलवामा गए थे।
छुट्टी से वापस वतन की रक्षा करने के लिए जाते वक्त राम वकील ने अपने परिवार से वादा किया था कि वह जल्द वापस आएंगे और मकान बनवाएंगे, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका और वह अपने देश के लिए शहीद हो गए।
राम वकील के परिवार में उनकी पत्नी गीता के अलावा तीन छोटे बच्चे हैं। गुरुवार को जैसे ही राम वकील के शहीद होने की खबर पहुंची तो घर में मातम छा गया। आतंकियों के हमले में शहीद राम वकील मूल रूप से गांव विनायकपुरा के रहने वाले हैं और उनका परिवार में इटावा में रह रहा है।
बता दें गुरुवार को हुए हमले में केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। जैश के एक आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में सीआरपीएफ की एक बस में विस्फोटक लदे वाहन से टक्कर मार दी। जिससे हुए विस्फोट में सैनिक शहीद हुए हैं।
Last Updated Feb 15, 2019, 3:06 PM IST