चंडीगढ़। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार कोरोना संक्रमितों पर नजर रखने के लिए ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम यानी जीपीएस की मदद लेने योजना तैयार कर रही है।  सरकार का कहना है कि कोरोना संक्रमितों के मोबाइल में  ट्रैकर्स लगा दिया जाएगा ताकि उन पर नजर रखी जा सके कि कहीं वह सरकार के दिशानिर्देशों की धज्जियां तो नहीं उड़ा रहे हैं।

पंजाब सरकार ने आरोग्य सेतु एप की तर्ज पर ही कोवा पंजाब (COVA Punjab)ऐप तैयार किया है। ताकि संक्रमितों पर नजर रखी जा सके और उन्हें समय समय पर सरकार के नियमों और हेल्थ टिप दिए जा सकें। वहीं अब सरकार जीपीएस ट्रैकर के जरिए संक्रमितों पर नजर रखने की योजना बना रही है। इस ट्रैकर को हाथ की कलाई या मोबाइल पर लगाया जा सकता है। इससे संक्रमित के बारे में पल पल की जानकारी मिल सकेगी। सरकार इससे आसानी से पता कर सकेगी कि कहीं संक्रमित होम क्वारंटिन के दौरान  बाहर तो नहीं घूम रहा है। इस ट्रैकर को सिम कार्ड के साथ ही मोबाइल में लगाया जा सकता है।  पंजाब के विशेष सचिव-सह-मुख्य कार्यकारी अधिकारी, ई-गवर्नेंस, रवि भगत ने कहा कि इस ट्रैकर के जरिए इस बात का पता आसानी से चल सकेगा कि संक्रमित सरकार के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर रहा है और अगर ऐसा होता है तो वह अलर्ट सर्वर में भेजेगा।

उनका कहना है कि अभी तक सरकार ने इस पर फैसला नहीं किया है लेकिन इस दिशा में बातचीत चल रही है। असल में पंजाब में बाहर के राज्यों से आए 20,000 लोगों को होम क्वारंटिन किया गया है। लेकिन कई लोग होम क्वारंटिन होने के बावजूद नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।  फिलहाल पंजाब सरकार ने होम क्वारंटिन किए गए लोगों के लिए मोबाइल फोन पर COVA ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया है ताकि उन्हें ट्रैक किया जा सके। वहीं सरकार के सामने ये तथ्य भी सामने आए हैं कि ज्यादातर लोग ऐप को इंस्टॉल नहीं कर रहे हैं और कुछ जीपीएस और ब्लूटूथ को चालू नहीं रखते हैं। वहीं पंजाब सरकार ने नियमों का पालन नहीं करने वालों पर जुर्माना बढ़ाकर 2,000 कर दिया है।