मीडिया के गलियारों में चर्चा है कि राफेल मुद्दे पर मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए लड़ाकू विमान बनाने वाली यूरोपियन कंपनी के एक बड़े अधिकारी से भारत के कुछ सीनियर नेताओं ने पिछले साल अगस्त में मुलाकात की।
मीडिया में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने राफेल मुद्दे को उठाने के लिए भारत के दो प्रमुख राजनीतिक दलों के पांच नेताओं से मुलाकात की ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की छवि खराब की जा सके। चूंकी, यूरोपीय फर्म यह चाहता था कि राफेल सौदा परवान ही ना चढ़े।
पत्रकार विकास भदौरिया ट्वीट करते हैं कि " बड़ी लड़ाकू विमान कंपनी के सेल्स डायरेक्टर दो दलों के सीनियर नेताओं से मिले ताकि यह मामला इस तरह उछले की प्रधानमंत्री और सरकार की छवि धूमिल हो और इसके बाद डील कैंसिल होने की सूरत में कंपनी, आर्म्स डीलरों और राजनीतिक दलों को फायदा हो, इसका पता लगाया जाय"।
Sales Director of a big company of fighter aircraft's met five senior leaders of two diffrent parties to raise the Rafale issue to malign the image of govt & @narendramodi so that both company/weapon dealer & political party is benefited if the deal gets cancelled.plz find out pic.twitter.com/i5X2hkD9KT
— Vikas Bhadauria ABP (@vikasbha) September 28, 2018
विकास भदौरिया ने एक और ट्वीट किया है कि पिछले साल के अगस्त महीनें में जर्मनी के हैम्बर्ग में कंपनी का कंपनी के एक्जक्यूटिव भारत के सीनियर लिडर से मिले जिनके साथ दो और नेता भी थे। भदौरिया आरोप लगाते हैं कि एक घंटे की बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने राफले सौदे को घोटाले के रूप में आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
अनुभवी पत्रकार कंचन गुप्ता ने भी इस मुद्दे के बारे में ट्वीट किया है कि, "एक स्टील टाइकून ने हैम्बर्ग में यूरोपियन डिफेंस कंपनी के प्रतिनिधियों और भारतीय नेताओं के बीच इस मीटिंग का आयोजन करवाया (जो कि तीसरे देश में आयोजित हुई थी)। ऐसी चर्चा है"।
A steel tycoon set up the Hamburg meeting (which happened in a third country) between reps of an European defence MNC and Indian politicians? That's the buzz.#RafaleDeal https://t.co/0LUYgIgEb7
— Kanchan Gupta (@KanchanGupta) September 29, 2018
इस महीने की शुरुआत में, माय नेशन ने खबर प्रकाशित की थी कि राफले सौदे के विवाद को उठाने से पहले, एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता ने अमेरिकी हथियार निर्माताओं के साथ बैठकें की थीं।
Last Updated Sep 30, 2018, 4:54 PM IST