राफेल डील में लोकसभा में हुई चर्चा का शुक्रवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया। करीब ढाई घंटे के जवाब में रक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर तीखे वार किए। विपक्ष के हर सवाल का विस्तार से जवाब देते हुए निर्मला ने कहा कि कांग्रेस राफेल सौदे को लेकर झूठ बोल रही है। 'एचएएल' को सौदे में शामिल न करने की कांग्रेस की दलील घड़ियाली आंसू जैसी है, क्योंकि दस साल के दौरान उसकी अगुवाई वाली यूपीए सरकार ने सरकारी क्षेत्र की कंपनी की बेहतरी के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि राफेल सौदा ही 2019 में प्रधानमंत्री मोदी की जीत का कारण बनेगा। 

रक्षा मंत्री ने कहा, 'कांग्रेस सरकार ने एचएएल को 53 बार रियायत दी। हमने भी करीब एक लाख करोड़ रुपये के कांट्रैक्ट दिए हैं। अगस्ता हेलीकॉप्टर सौदे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं पूछती हूं कि आपने हेलीकॉप्टर की डील अगस्ता के साथ क्यों की? आपने एचएएल को सौदा क्यों नहीं दिया। क्योंकि आपको जो अगस्ता के साथ डील में मिला, वह एचएएल के साथ डील में नहीं मिलता। वहां से तो सिर्फ हेलीकॉप्टर ही मिलते।'

रक्षा मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि क्योंकि किसी को कहीं से कुछ खाने के लिए नहीं मिला, इसलिए इतना हो हल्ला हो रहा है।  उन्होंने कहा, 'डिफेंस डीलिंग' और 'डीलिंग इन डिफेंस' में अंतर है। हम 'डिफेंस डीलिंग' नहीं करते हैं। हम लोग 'डील इन डिफेंस' करते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा नरेंद्र मोदी का अगुवाई वाली सरकार की प्राथमिकता है।

निर्मला ने राफेल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'एए' के आरोप पर भी जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस पर 'RV' और 'Q' कहते हुए तंज कसा। रक्षा मंत्री के भाषण के दौरान जब कांग्रेस ने सवाल पूछा कि सौदा 'एए' के लिए किया गया? इस पर सीतारमण ने कांग्रेस को जवाब दिया कि अगर आप 'एए' की बात करते हैं तो हर 'एए' (अनिल अंबानी) के जवाब में एक 'RV' (रॉबर्ट वाड्रा) और 'Q'(क्वात्रोच्चि) का नाम आ जाता है। रक्षा मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि 'RV' प्रधानमंत्री नहीं 'देश के दामाद' हैं। 

इस दौरान रक्षा मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के राफेल सौदे को लेकर दिए गए फैसले और कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों पर विस्तार से अपना जवाब दिया। उनके बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2-3 मिनट का स्पष्टीकरण देते हुए एक बार फिर सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा, 'मैं रक्षा मंत्री निर्मला अथवा पर्रिकर पर आरोप नहीं लगा रहा हूं, मैं सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगा रहा हूं। रक्षा मंत्री ने अपने बयान में अनिल अंबानी का नाम एक बार भी नहीं लिया। उन्होंने कहा, रक्षा मंत्री को यह बताना चाहिए कि इस सौदे में अनिल अंबानी को कौन लाया। दूसरा सवाल यह है कि अगर पड़ोसी इतने खतरनाक हैं तो 126 की जगह 36 राफेल विमान क्यों? 136 क्यों नहीं? प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्रालय को बाइपास कर इस सौदे का ऐलान क्यों किया?'

कांग्रेस अध्यक्ष ने सवालों का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑफसेट के लिए 2013 की यूपीए की पॉलिसी का ही पालन किया गया, हमने इसमें कोई बदलाव नहीं किया। दरअसल, निर्मला सीतारमण जब बोल रही थी, तब राहुल गांधी अपना जिक्र आने पर उसी वक्त जवाब देना चाहते थे। इस पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा  कि जब एक बार मंत्री अपनी बात पूरी कर लें तो कांग्रेस अध्यक्ष को फिर से अपनी बात रखने का समय मिलेगा। लेकिन इसके बाद निर्मला सीतारमण ने एक बार फिर राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि भाषण के दौरान सिर्फ नाम आने पर फिर से बोलने की जिद की गई, लेकिन हमारा क्या, उन्होंने तो हमारे लिए क्या-क्या नहीं कहा। सीतारमण ने कहा कि मुझे झूठा कहा गया, बहस के दौरान कागज के जहाज उड़ाए गए, पीएम को चोर कहा गया। उन्होंने कहा कि हम साधारण पृष्ठभूमि से आए हैं इसका मतलब यह नहीं कि कोई भी हमारे सम्मान से खेल सके। उन्होंने कहा, 'किसी खास खानदान से होने की वजह से कोई पीएम को चोर नहीं कह सकता, मुझे झूठा नहीं कह सकता।'