राफेल विमान सौदे में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग वाली याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस फैसले पर वायुसेना के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी ने खुशी जाहिर की है। सेवा के दौरान राफेल सौदे को सही ठहराने पर कांग्रेस ने एयर फोर्स के पूर्व वाइस चीफ एयर मार्शल एसबी देव पर गंभीर आरोप लगाए थे। हालांकि फैसला आने के बाद 'माय नेशन' से एक्सक्लूसिव बात करते हुए उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने हमारे रुख पर 'सच्चाई की मुहर' लगा दी है। 

एयर मार्शल (रिटा.) एसबी देव ने कहा, 'मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक जटिल मामले को बहुत ही अच्छे तरीके से देखा और एक सही निष्कर्ष दिया। हम सब, जो भी इस सौदे में शामिल थे हमेशा से यह जानते थे कि यह सौदा पूरी तरह साफ है। अब सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर सच्चाई की मुहर लगा दी है।' 

इस साल सितंबर में अपने रिटायरमेंट से पहले उन्होंने यह कहते हुए राफेल सौदे का बचाव किया था कि इसमें कुछ भी गलत नहीं हुआ है। वायुसेना को अपनी ऑपरेशन जरूरतों को पूरा करने के लिए इन विमानों की तत्काल आवश्यकता है। इसके बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस के समर्थकों ने उन्हें निशाने पर ले लिया था। यहां तक कि कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी उन पर निशाना साधा था। इस बारे में पूछे जाने पर एयर मार्शल (रिटा.) एसबी देव ने  कहा, मुझे इस तरह के आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मैं कुछ चाहने के लिए कुछ नहीं कह रहा था। मैंने अपने लिख खुद कुछ शुरू किया है। सच कहूं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। चाहे सरकार किसी की भी हो। यह एक ऐसा सौदा था, जो देश के लिए बहुत जरूरी था। मौजूदा सरकार ने बहुत तेजी से काम किया। हमें इन विमानों की बहुत जरूरत है। हम इस सौदे में कुछ भी गलत नहीं देखते क्योंकि हम सौदे की प्रक्रिया में शामिल थे। हम हमेशा जांच के लिए तैयार हैं। सुप्रीम कोर्ट की जांच सबसे बड़ी है, इसके बाद आपको कौन सी जांच की जरूरत है। 

यह भी पढ़ें - पहले राफेल विमान की डिलीवरी की तारीख तय, सरकार ने दिए 25,000 करोड़
                   राफेल पर वायुसेना सरकार के साथ, एयर चीफ बोले- गेम चेंजर साबित होगा
                 वायुसेना कहती रही डील बेहतर है पर नहीं मानी कांग्रेस

"

उन्होंने कहा, यह एक ऐसा सौदा था, जो देश के लिए बहुत जरूरी था। मौजूदा सरकार ने बहुत तेजी से काम किया। हमें इन विमानों की बहुत जरूरत है। हम इस सौदे में कुछ भी गलत नहीं देखते क्योंकि हम सौदे की प्रक्रिया में शामिल थे। हम हमेशा जांच के लिए तैयार हैं। सुप्रीम कोर्ट की जांच सबसे बड़ी है, इसके बाद आपको कौन सी जांच की जरूरत है।

'माय नेशन' ने पूछा, अब जब इस सौदे को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई है, तो क्या सरकार को और राफेल विमानों की खरीद के बारे में सौचना चाहिए? इस पर एयर मार्शल (रिटा.) एसबी देव ने कहा, मैं मानता हूं कि यह फैसला सरकार और एयर फोर्स को करना है। मैं सेवा में नहीं हूं इसलिए इसपर टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन मैं यह जानता हूं कि हमें और लड़ाकू विमानों की जरूरत है।