इटावा:  यहां सैफई में बने मेडिकल विश्वविद्यालय में रैगिंग का अनोखा मामला सामने आया है। यहां एमबीबीएस प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले 150 छात्रों के सिर मुंडवा दिए गए हैं। जब वे अपनी क्लास में आते हैं तो उन्हें सिर झुकाकर चलना होता है। साथ ही हॉस्टल की तरफ दूर से ही झुककर प्रणाम करते हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। कुलपति ने रैगिंग को एक संस्कार बताया है। कहा कि, अब रैगिंग नहीं होती है। यदि ऐसा यहां कोई मामला है तो एंटी रैगिंग टीम जांच करेगी।  

सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय स्थापित है, जिसे मिनी पीजीआई भी कहा जाता है। यहां मेडिकल की पढ़ाई होती है। सत्र प्रारंभ हो गया है। मंगलवार को यहां एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र अलग ही अंदाज में नजर आए। सभी छात्रों के सिर मुंडवा दिया गया था। एक लाइन में चलते हुए छात्र अपनी क्लास में पहुंचे। इस दौरान उनके सिर झुके हुए थे। साथ ही हॉस्टल की तरफ जाते समय निश्चित दूरी पर झुककर हाथों से प्रणाम करते हुए भी नजर आए।  

कुलपति डॉक्टर राजकुमार से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने रैगिंग को एक संस्कार बताया। कहा कि, रैगिंग हमारे समय में होती थी। हमारे सीनियर्स रैगिंग करते थे व पढ़ाई में पूरा सहयोग भी करते थे। विश्वविद्यालय में रैगिंग जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है। यदि किसी छात्र को कोई परेशानी है तो उसे एंटी रैगिंग कमेटी से शिकायत करनी चाहिए। नाम व पहचान गोपनीय रखी जाएगी।