राहुल गांधी की मानसरोवर यात्रा में कुछ न कुछ पेंच जरुर है। इस यात्रा का बहुत ज्यादा प्रचार किया गया। इसी यात्रा का संदर्भ लेते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पोस्टर पर राहुल गांधी को शिवभक्त बना डाला।

लेकिन राहुल गांधी से जब उनकी ही विश्वस्त सहयोगी शोभा ओजा ने मानसरोवर यात्रा के अपने अनुभव बताने के लिए कहा, तो उनकी आवाज लड़खड़ाने लगी। उनके मुंह से शब्द नहीं निकले। आईए आपको भी दिखाते हैं यह वीडियो।

"

बीजेपी के विरोधी राहुल गांधी को हिंदुत्व कार्ड खेलने पर मजबूर कर रहे हैं। राहुल गांधी ने हिंदुत्व का कार्ड खेलने के लिए मानसरोवर यात्रा का शिगूफा भी छोड़ा। लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि अगर राहुल सचमुच मानसरोवर यात्रा पर गए थे, तो उन्हें अपने अनुभव बताने में दिक्कत क्यों आ रही थी।

बात यहीं तक नहीं थमी। राहुल ने अपनी नाकामयाबी को फिर से मजाक में छुपाने की नाकाम कोशिश की। उन्होंने भोपाल सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को आंख मारकर हंसाने की कोशिश की।