कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जर्मनी और ब्रिटेन के चार दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने बुधवार को हैम्बर्ग के बुसेरियस समर स्कूल में एक कार्यक्रम के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में विकास की प्रक्रिया से आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को बाहर रखा जा रहा है, उसके नतीजे खतरनाक हो सकते हैं। 

राहुल ने बेरोजगारी को आईएसआईएस के उभार का कारण बताया। साथ ही कहा कि भारत में हुई नोटबंदी के चलते कई लोगों की नौकरी चली गई। आज भारत में मॉब लिंचिंग की जो घटनाएं हो रही हैं, वे इसी का परिणाम हैं।  कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'कुछ साल पहले, प्रधानमंत्री जी ने भारतीय अर्थव्यवस्था में नोटबंदी का फैसला किया और एमएसएमई के नकद प्रवाह को बर्बाद कर दिया, अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोग बेरोजगार हो गए।बड़ी संख्या में छोटे व्यवसायों में काम करने वाले लोगों को वापस अपने गांव लौटने को मजबूर होना पड़ा। इससे लोग काफी नाराज हैं। लिंचिंग के बारे में जो कुछ भी हम सुनते हैं वो इसी का परिणाम हैं।' 

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, इराक में एक कानून बनाकर एक खास समुदाय को सरकारी नौकरियों से बेदखल कर दिया गया। कुछ समय बाद अमेरिकी सेनाओं की जंग तो खत्म हो गई लेकिन नौकरी से बेदखल युवाओं ने एक समूह बना लिया। आईएसआईएस का खतरनाक विचार इसी तरह पनपा। कुछ ही महीनों में इन लोगों ने इराक और सीरिया में एक बड़ा आधार बना लिया। 21वीं सदी में अगर आप किसी को जगह नहीं देंगे, अगर आप किसी को कोई विजन नहीं देंगे, तो किसी अन्य जगह से उसे विजन मिलेगा।

राहुल ने जनसंख्या और महिला आरक्षण पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, भारत में यदि हम सभी लोगों को रोजगार दे पाते हैं तो जनसंख्या अपने आप में कोई समस्या नहीं है। वहीं महिला आरक्षण पर कहा, जब मैं संसद और राजनीतिक दलों को देखता हूं, तो वहां महिला प्रतिनिधि काफी कम दिखाई देती हैं। हम महिला आरक्षण के लिए विधेयक लेकर आये हैं, लेकिन,ये पूरी तरह से सामाजिक मुद्दा है । यदि हम महिलाओं को शामिल नहीं करते हैं तो  देश का निर्माण नहीं कर सकते। भारतीय पुरुषों को महिलाओं को अपने बराबर देखना होगा।

शरणार्थियों के मुद्दे पर राहुल ने कहा, शरणार्थियों के अपमान का कारण कामगारों के बीच नौकरियों की कमी होना है। इससे घृणा और टकराव पैदा हो रहा है।

पीएम मोदी को संसद में  गले लगाने के सवाल पर राहुल ने कहा, मैं किसी व्यक्ति से लड़ सकता हूं और उससे असहमत हो सकता हूं। लेकिन, नफरत करना अपनी मर्जी है। यदि आप लोगों को गले नहीं लगाते और उन्हें कोई दृष्टि नहीं देते, तो कोई और ऐसा करेगा और हो सकता है कि वो विचार आपके लिए अच्छा न हो।  

उधर, भाजपा राहुल के बयान से भड़क गई है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, 'मैं कांग्रेस अध्यक्ष के आईएसआईएस की स्थापना को न्यायसंगत ठहराने की बात सुनकर भयभीत हूं। इसके अलावा राहुल गांधी यह भी कह रहे हैं कि यदि मोदी जी देश को कोई विजन नहीं देते हैं तो कोई और (आईएसआईएस) यह काम कर देगा... अविश्वसनीय... वह पीएम पद के उम्मीदवार हैं?' राहुल ने विदेश में देश का मान घटाया है। ऐसा करने के लिए उन्हें माफ नहीं किया जा सकता है। संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने आईएसआईएस की स्थापना को सही ठहराते हुए उनकी कारगुजारियों को भी एक बहाना दे दिया है।