-स्मृति ईरानी की सक्रियता से राहुल ने खेला हिंदुत्व कार्ड

तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मंदिरों का दौरा कर हिंदू वोटरों के अपने पक्ष में करने से मिली जीत के बाद, अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी में भी मंदिर कार्ड खेलने की तैयारी कर दी है। राहुल गांधी ने अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी में वहां के मंदिरों और शिवालयों के लिए सांसद निधि से धन भेजा है। जाहिर है आने वाले लोकसभा चुनाव में राहुल फिर मंदिर कार्ड खेलकर यूपी फतह की तैयारी में हैं।

राहुल गांधी अमेठी से सांसद हैं। पिछली बार जब वह अमेठी के दौरों पर गए थे तब उन्होंने वहां के मंदिरों के दर्शन भी किए थे। राहुल पहली बार अपने संसदीय क्षेत्रों के पौराणिक मंदिर में गए थे। इससे उनकी जनता में अच्छी छबि बनी थी।  इससे पहले गुजरात चुनाव में भी राहुल ने मंदिरों के दर्शन किए थे। इसके बाद हाल ही में तीन हिंदीभाषी राज्यों में उन्होंने जहां भी चुनाव प्रचार किया, वहां के स्थानीय धार्मिक मंदिरों के दर्शन कर अपनी हिंदुत्व की छवि सुधारने का प्रयास किया था। इससे तीन राज्यों में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही। लिहाजा अब राहुल गांधी अमेठी में इसी छवि के जरिए अपने हिंदू वोटरों को साधने का काम कर रहे हैं।

अमेठी में पिछले लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी और वह पिछले पांच साल से अमेठी में काफी सक्रिय हैं। लिहाजा अब राहुल ने मंदिर कार्ड खेलकर ईरानी को चुनौती दी है। स्मृति की अमेठी में सक्रियता के प्रभाव को कम करने के लिए अमेठी में राहुल गांधी और उनकी टीम जी-तोड़ मेहनत कर रही है। राहुल ने हाल ही में मलिक मोहमद जायसी शोध संस्थान के कायाकल्प के लिए सांसद निधि से धन दिया था। अब राहुल ने अमेठी के मंदिरों को संवारने के बीड़ा उठाया है।

उधर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा का कहना है कि राहुल पौराणिक मंदिरों और शिवालयों में अपनी निधि से हाईमास्ट लाइट लगवा रहे हैं, जिनकी कीमत लाखों रुपए में है. से हाईमास्ट लाइटें लगाई जाएंगी। सांसद निधि से संग्रामपुर ब्लॉक में स्थित शक्तिपीठ मां कालिकन, अमेठी कस्बे में स्थित देवीपाटन मंदिर, गौरीगंज के भवनशाह स्थित मां दुर्गन धाम में हाईमास्ट लगेंगीं। उनका कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए तमाम धर्मसभाएं हो रही है। लेकिन मंदिर का निर्माण नहीं हो पाया है।