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नौशीन हैदर (बदला हुआ नाम) पर जो कुछ बीता है उसको लेकर वो सदमे में हैं, नौशीन कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम की हिस्सा रही हैं। उसी टीम ने उनका शारीरिक और मानसिक शोषण किया। टीम के अहम सदस्य चिराग पटनायक को लेकर उनका कहना है कि “ चिराग बेहद गंदे तरीके से मुझे घूरता था। मैं उसकी हरकतों से बेहद तकलीफ़ में थी। टेबल पर खाना खाने के दौरान मेरी तरफ वो अपना पैर कर देता था”।

राहुल गांधी और कांग्रेस की ग्रिवांस कमेटी को शिकायत भेजने के बाद भी कोई रिपॉन्स ना मिलने से नौशीन अचंभे में हैं। नौशीन ये भी कहती हैं कि “इस घिनौने मामले के बाद मैंने हिम्मत करके शिकायत की जबकि मुझे मालूम था कि उस गंदे माहौल से मेरे पक्ष में कुछ नहीं आएगा। मेरा पहले का अनुभव भी खराब रहा है। मैंने इस उम्मीद में शिकायत की कि कम से कम राहुल गांधी इस मामले को गंभीरता से लेंगे लेकिन अफ़सोस वहां से मेरे मेल की रिसिविंग भी नहीं मिली”।

माई नेशन से बात करते वक्त नौशीन कहती हैं कि “यौन उत्पीड़न की मेरी शिकायत पर जांच के नाम पर मेरा माखौल उड़ाया गया है। जांच कमेटी के दो लोगों को बिना जांच-पड़ताल के ही चिराग पटनायक पाक-साफ़ लगता है। वो मेरे बजाय उसी का साथ देने पर आमादा हैं। काश वो पक्षपाती ना होते”।

अपना दर्द बताते वक्त कई बार भावुक हुईं। नौसीन तो यहां तक बताती हैं कि “जांच के नाम पर मज़ाक तब हो रहा है जब सेल की मुखिया दिव्या स्पंदाना निष्पक्ष जांच का भरोसा देती हैं। दिव्या से भरोसा मिलने के 24 घंटे के अंदर ही जांच के नाम पर खेल हो गया। क्या यही निष्पक्ष जांच है? क्या दिव्या स्पंदाना मेरे इस शोषण में भागीदार नहीं हैं?”