मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच राज्य की महाविकास आघाडी सरकार को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ा खुलासा किया है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार चलाने और सरकार को समर्थन में देने में बड़ा अंतर होता है।  यही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि राज्य में होने वाले बड़े  फैसलों में कांग्रेस की भूमिका नहीं है।

देश में कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र अव्वल है। राज्य के हालात काफी खराब हैं और अगर ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले दिनों में  राज्य की स्थिति वुहान से भी खराब हो जाएगी। अभी तक महाराष्ट्र सरकार भी राज्य में कोरोना संकट को रोकने में विफल रही है। वहीं राज्य में अब तक कोरोना के लगभग 53 हजार मामले सामने आ चुके हैं वहीं राज्य में करीब 1700 लोगों की मौत कोरोना से हुई है।  यही नहीं राज्य में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में जनता इसके लिए राज्य सरकार  को जिम्मेदार बता रही है।

हालांकि अभी तक राज्य सरकार से केन्द्र सरकार से इसके लिए मदद नहीं ली है।क्योंकि राज्य सरकार को लगता है कि अगर उसने केन्द्र सरकार से मदद ली तो वह जनता के बीच असफल सरकार मानी जाएगी। हकीकत ये है राज्य में देश के 36 फीसदी कोरोना के मामले अकेले महाराष्ट्र में हैं। वहीं राज्य में कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार में सहयोगी कांग्रेस ने बड़ा बयान देकर राज्य सरकार को मुश्किल में डाल दिया है।  राहुल गांधी ने कहा कि राज्य में सरकार को समर्थन देना और सरकार को चलाने में अंतर होता है।

वहीं मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव से मुलाकात की। इससे पहले शरद पवार ने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।  इसके साथ ही भाजपा के दिग्गज नेता नारायण राणे ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर राज्य में सियासी गर्मी को और बढ़ा दिया।  नारायण राण कांग्रेस और शिवसेना में रह चुके हैं और इन दोनों दलों उनके कई करीब विधायक भी हैं। वहीं इसी बीच कांग्रेस नेता का भी बड़ा बयान आया है। राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्‍ट्र में सरकार के साथ गठबंधन में है। लेकिन डिसिजन मेकर' नहीं हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब, छत्‍तीसगढ़, राजस्‍थान, पुदुचेरी में ' पार्टी  डिसिजन मेकर' हैं।