लोकसभा चुनाव के अंतिम चऱण का मतदान आज शाम को समाप्त हो जाएगा और चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे। लेकिन विपक्षी दलों ने अपने जोड़-घटाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने जहां 22 मई को अपने बड़े नेताओं की बैठक बुलाई है। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि चुनाव परिणाम के बाद बनने वाली स्थितियों से निपटने के लिए राहुल ने प्रणब दा से मुलाकात की।

आम तौर पर राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं की पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कम ही होती है। लेकिन चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के खत्म होने से ठीक पहले राहुल गांधी की मुलाकात के अपने मायने हैं। प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं और उन्होंने केन्द्र सरकार में अहम पदों पर काम किया है। प्रणब मुखर्जी को कभी कांग्रेस का संकटमोचक माना जाता था। आज राहुल गांधी ने प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।

पिछले साल जब प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में गए तो ये कांग्रेस में चर्चा का विषय बना। कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि मुखर्जी को संघ के कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए। लेकिन प्रणब मुखर्जी वहां गए। हालांकि उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। लेकिन कांग्रेस ने उनके वहां जाने की आलोचना जरूर की। आज कुछ देर पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की है।

असल में चुनाव नतीजों से पहले ही विपक्षी दलों में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। आज ही राहुल गांधी और चंद्रबाबू नायडू के बीच में बैठक हुई। जबकि इससे पहले भी नायडू राहुल से मिल चुके हैं। कल ही नायडू ने यूपी में अखिलेश यादव और मायावती से मुलाकात की। ताकि चुनाव के बाद अगर किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलता है तो विपक्षी दल केन्द्र में सरकार बनाने का दावा पेश करें।

लिहाजा अभी तक नायडू ज्यादातर विपक्षी दलों से मिल चुके हैं। गौरतलब है कि प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कांग्रेस के बहुत बड़े रणनितिकार रहे हैं। लिहाजा माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने 23 मई के बाद उभरने वाली संभावित स्थितियों के मद्देनजर उनसे मुलाकात की है।