राहुल गांधी ने बुधवार को कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से अपना इस्तीफा सोशल मीडिया में जारी कर दिया। राहुल गांधी ने साफ किया कि वह अब कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं है। राहुल गांधी के इस्तीफा देने के बाद दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने कांग्रेस के बैंक एकाउंट सीज कर दिया। जिससे कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। क्योंकि कांग्रेस ने एक व्यापारी के विज्ञापन छपाने के बाद पैसे नहीं दिए थे।

असल में लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के मीडिया व्यवसायी सुरेंद्र सिंह हुड्डा से विज्ञापन प्रकाशित कराए थे। लेकिन इसका भुगतान नहीं किया। इसके लिए हुड्डा ने पार्टी के जिम्मेदार लोगों से शिकायत की। लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जानकारी के मुताबिक हुड्डा की हमीरपुर स्थित मीडिया कंपनी के हिंदी दैनिक में 5 से 15 अक्टूबर, 2014 के दौरान कांग्रेस की हरियाणा इकाई ने विज्ञापन छपवाए थे।

विज्ञापन तो प्रकाशित हो गए लेकिन इन बिलों का भुगतान नहीं किया गया था। इसके लिए हुड्डा ने हिमाचल प्रदेश माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज डेवलपमेंट मध्यस्थता पंचाट में अपनी इस राशि को वसूलने के लिए मामला दायर किया। पंचाट ने हुड्डा के पक्ष में फैसला सुनाते हुए हरियाणा कांग्रेस को आदेश दिया कि वह कांग्रेस हुड्डा का 33.75 लाख रुपये की राशि का ब्याज और खर्च समेत 30 दिन के अंदर भुगतान करे।

लेकिन उसके वावजूद उन्हें पैसा नहीं मिला। हुड्डा ने पटियाला हाउस कोर्ट में कांग्रेस की हरियाणा इकाई के खिलाफ शिकायत की और पंचाट के आदेश को न मानने की बात कही तो कोर्ट के अधिकारी ने कांग्रेस पार्टी का खाता फ्रीज कर दिया। यही नहीं कोर्ट ने विज्ञापन की रकम निकालकर बैंक ड्राफ्ट के तौर पर अदालत की रजिस्ट्री में जमा कराई।

अब इस मामले की सुनवाई 16 अगस्त को होगी। असल में कांग्रेस ने पटियाला हाउस कोर्ट के 9 जनवरी को दिए गए आदेश का पालन नहीं किया था। इस आदेश में कोर्ट ने कांग्रेस को आदेश दिया था कि वह हुड्डा को बकाया 50,98,702 रुपये का भुगतान करे। लेकिन कांग्रेस ने कोर्ट का आदेश नहीं माना। जिसके बाद उसका बैंक एकाउंट बंद हो गया।