लोकसभा चुनाव 2019 के शंखनाद के साथ ही सियासी दलों में शुरुआती हमलों का दौर तेज हो गया है। इस चुनाव में आरोप-प्रत्यारोप की सबसे बड़ी जंग सोशल मीडिया पर लड़ी जा रही है। यहां भाजपा नेताओं को अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त नजर आ रही है। वर्चुअल दुनिया में पूरी कोशिश इस बात की हो रही है कि कोई भी खुद को पिछड़ता हुआ न दिखने दे। सोशल मीडिया के योद्धा अपने-अपने पसंदीदा नेता को बड़ा दिखाने में जी-जान से जुटे हैं।  

सोशल मीडिया के 10 दिन  (छह मार्च से 16 मार्च) के झुकाव का विश्लेषण किया जाए तो बड़े नेताओं मसलन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, अरुण जेटली, स्मृति ईरानी, अखिलेश यादव, मायावती और प्रियंका गांधी में से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के सर्च ट्रेंड में कमी देखने को मिली है। वहीं भाजपा की नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सभी नेताओं में ज्यादा सक्रिय नजर आ रही हैं। 

'माय नेशन' ने साइबर सिक्योरिटी एनजीओ रूट64  फाउंडेशन के साथ मिलकर सोशल मीडिया सेंटीमेंट का एक्सक्लूसिव विश्लेषण किया है। यह ट्रेंड सोशल मीडिया वेबसाइट और दूसरे ओपन सोर्स से मिले डाटा के आधार पर तैयार किया गया है। इसका वोटिंग पैटर्न से कोई  सीधा संबंध नहीं है। लेकिन ऐसे समय जब सोशल मीडिया राजनीतिक प्रचार का सबसे बड़ा मंच बन गया है, सेंटीमेंट के विश्लेषण से किसी भी नेता की लोकप्रियता का संकेत तो मिल ही जाता है। 

डाटा को बारीकी से विश्लेषण करने से पता चलता है कि ट्विटर पर राहुल गांधी को लेकर सेंटीमेंट्स का ट्रेंड पिछले कुछ दिनों में कमजोर पड़ा है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी को लेकर इसमें इजाफा हुआ है। यह इस बात का संकेत है कि ट्विटर पर ज्यादा से ज्यादा लोग इन दोनों से जुड़ी सामग्री को खोज रहे हैं। 

दिलचस्प बात है कि ट्वीट करने के मामले में स्मृति ईरानी पीएम मोदी से आगे हैं। उन्होंने इस अवधि में 159 ट्वीट किए हैं वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान 144 ट्वीट किए। भाजपा नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 67 ट्वीट किए हैं। यहां राहुल गांधी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से पीछे हैं।  

रूट64 फाउंडेशन के संस्थापक अमित दुबे के अनुसार, 'स्मृति ईरानी और पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा बार ट्वीट किया है। इसका अर्थ यह है कि दोनों लगभग सभी मुद्दे पर अपना पक्ष साझा करना चाहते हैं। इसमें उन्हें लोगों की ओर से भी अच्छा समर्थन मिल रहा है। स्मृति ईरानी दूसरी सबसे ज्यादा मत साझा करने वाली नेता की तौर पर उभरी हैं, हालांकि यहां हमें देखना होगा कि यह उनके वोट शेयर को बढ़ाने में कितना मददगार होता है।'
 
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का दबदबा बरकरार है। उनके ट्वीट्स को इंटरनेट यूजर्स काफी पसंद करते हैं। उपलब्ध डाटा के विश्लेषण से पता चलता है कि इन सभी सात नेताओं के पसंद किए गए ट्वीट में से 41 प्रतिशत ट्वीट पीएम मोदी के हैं। इसके बाद अखिलेश यादव और अरुण जेटली का नंबर आता है। यहां मायावती का प्रदर्शन स्मृति ईरानी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की तुलना में बेहतर है। 

अमित दुबे के मुताबिक, 'यह भी ध्यान देने वाली बात है कि पीएम मोदी के ट्वीट हमेशा उनके पक्ष में जाते हैं। उनके ट्वीट को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है और उस पर सकारात्मक टिप्पणियां भी खूब की जाती हैं।'

दिलचस्प है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को उनके ट्वीट पर सबसे ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिली हैं।  री-ट्वीट पर नजर डालें तो पता चलता है कि इंटरनेट यूजर्स प्रियंका की ओर से किए जा रहे ट्वीट में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। प्रियंका कुछ समय पहले ही माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर से जुड़ी हैं। इसी चुनाव से उनकी राजनीतिक पारी का भी आगाज हुआ है। इस दौरान उनके द्वारा किए गए तीन ट्वीट काफी लोगों तक पहुंचे हैं। यद दर्शाता है कि इंटरनेट यूजर्स इस बात में दिलचस्पी ले रहे हैं कि प्रियंका क्या ट्वीट करती हैं। उनके बाद राहुल गांधी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्मृति ईरानी और अरुण जेटली हैं। इस मामले में मायावती और अखिलेश यादव काफी पीछे हैं। 

अमित दुबे ने बताया, 'कुछ ही ट्वीट करने के बावजूद प्रियंका गांधी के ट्वीट को सबसे ज्यादा बार शेयर किया गया है। इस मामले में राहुल गांधी को उनके समर्थकों ने प्रियंका गांधी की तरह भी समर्थन दिया है। कम बातों पर अपनी राय रखने के बावजूद वह सबसे ज्यादा री-ट्वीट होने वालों में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने पीएम मोदी के 144 से ज्यादा ट्वीट के मुकाबले में महज 17 ट्वीट किए हैं।'

सोशल मीडिया एनॉलिसिस को ओपिनी8 नोट एआई टूल की मदद से किया गया। यह जनमत और सोशल मीडिया में पहुंच की गहरी जानकारी उपलब्ध कराता है।