लोकसभा चुनाव में पार्टी की बुरी तरह हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफे पर अड़े हैं। आज कांग्रेस सांसदों की बैठक में राहुल गांधी ने साफ कहा कि वह इस्तीफा दे रहे हैं। हालांकि सभी 51 सांसदों ने उन्हें इस्तीफा देने से मना किया है। कांग्रेस के कई नेताओं राहुल गांधी को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया है।

कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की आज यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद थे। बैठक में राहुल गांधी ने साफ किया कि वह पार्टी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे रहे हैं। क्योंकि लोकसभा चुनाव में मिली हार के लिए वह जिम्मेदार हैं। लेकिन पार्टी के सांसदों ने उनके इस्तीफा देने के फैसले को बदलने को कहा।

लेकिन राहुल गांधी ने साफ किया कि इस्तीफे के अलावा कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि वह पार्टी के अध्यक्ष नहीं रहना चाहते हैं। राहुल गांधी को कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी और शशि थरूर ने समझाया। इन दोनों सांसदों ने कहा कि पार्टी की हार की जिम्मेदारी अकेले उनकी नहीं बल्कि ये भी सभी नेताओं की बनती है।

हालांकि राहुल गांधी ने कहा कि उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया है और हार के लिए भी उनकी जिम्मेदारी बनती है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस ने विकल्प के तौर पर चार नेताओं का नाम नए अध्यक्ष के तौर पर फाइनल किया है। इसमें अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहा है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस महज 52 सीटें ही हासिल कर पाई थी जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 44 सीटें मिली थी।

लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी, जिसे सभी सदस्यों अस्वीकार कर दिया था। हालांकि आज के प्रकरण के बाद पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि ये पार्टी अध्यक्ष का अधिकार है कि वह क्या फैसला लें। वह अपने मुताबिक पार्टी में संगठनात्मक बदलाव कर सकते हैं।