कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने सभी कांग्रेस महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं को पत्र लिखकर कहा है कि देशभर में सीबीआई कार्यालयों के बाहर भाजपा सरकार के खिलाफ धरना दिया जाए।
सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा के समर्थन में कांग्रेस देशभर में एजेंसी के दफ्तरों के बाहर धरना प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इन प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि वर्मा को फिर से उनके पद पर बहाल किया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रमुख जांच एजेंसी की छवि खराब करने के लिए माफी मांगे।
राहुल के अलावा पार्टी के कई बड़े नेता इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। इनमें वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, अंबिका सोनी और आनंद शर्मा शामिल हैं। कांग्रेस के विरोध मार्च को तृणमूल का समर्थन भी मिला है। वहीं जेडीयू के निष्कासित नेता शरद यादव भी इसमें शरीक हुए।
कांग्रेस ऐसे समय में यह मार्च निकाल रही है, जब सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी की जांच होने तक वर्मा को छुट्टी से वापस बुलाने की मांग अस्वीकार कर दी है। सीवीसी को शीर्ष अदालत ने दो सप्ताह में जांच पूरी करने को कहा है।
#WATCH Congress President Rahul Gandhi and Ashok Gehlot lead the protest march to CBI HQ against the removal of CBI Chief Alok Verma. pic.twitter.com/7FNkhoWQCb
— ANI (@ANI) October 26, 2018
Delhi: Congress President Rahul Gandhi leads protest march from Dyal Singh College to CBI HQ against the removal of CBI Chief Alok Verma. pic.twitter.com/3SnUO8XpaT
— ANI (@ANI) October 26, 2018
दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
#Visuals of Congress workers being detained by police during protests near #CBI headquarters in Delhi. pic.twitter.com/17TpXm6rte
— ANI (@ANI) October 26, 2018
इससे पहले, राहुल ने ट्वीट किया कि वह राष्ट्रीय राजधानी में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई मुख्यालय के बाहर पार्टी के प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा, शुक्रवार को देशभर में सीबीआई के कार्यालयों के बाहर कांग्रेस सीबीआई प्रमुख को हटाकर राफेल घोटाले में जांच को रोकने के प्रधानमंत्री के प्रयास का विरोध करेगी। मैं सुबह 11 बजे दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन का नेतृत्व करूंगा।
राफेल घोटाले की जाँच ना हो पाए इसलिए प्रधान मंत्री ने CBI प्रमुख को असंवैधानिक तरीक़े से हटा दिया| CBI को पूरी तरह नष्ट किया जा रहा है| कांग्रेस पार्टी, कल, इसके विरोध में देश के हर CBI दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी|
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 25, 2018
मैं CBI मुख्यालय,दिल्ली, सुबह 11 बजे से, इसका नेतृत्व करूँगा|
कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने सभी कांग्रेस महासचिवों, प्रदेश अध्यक्षों और विधायक दल के नेताओं को पत्र लिखकर कहा कि देशभर में सीबीआई कार्यालयों के बाहर भाजपा सरकार के खिलाफ धरना दिया जाए।
राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर जाने के लिए बाध्य करना ‘अवैध’ है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि सरकार इस बात से डर गई थी कि वह राफेल विमान सौदे की जांच कर सकते हैं। राहुल ने दावा किया कि वर्मा को हटाना संविधान, देश के प्रधान न्यायाधीश और नेता प्रतिपक्ष का ‘अपमान’ है। राहुल ने आरोप लगाया कि एजेंसी का अंतरिम प्रभार ऐसे व्यक्ति को दिया गया है जिनके खिलाफ ही मामले हैं ताकि प्रधानमंत्री उन्हें नियंत्रित कर सकें।
वहीं भाजपा ने राहुल के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रमुख राफेल सौदे पर हर रोज एक नया झूठ गढ़ रहे है। वह भ्रम में हैं क्योंकि उनकी पार्टी प्रासंगिकता खो चुकी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा,‘कांग्रेस ने प्रासंगिक बने रहने की सभी उम्मीदों को खो दिया है और राहुल गांधी राफेल विमान सौदे पर हर रोज झूठ बोल रहे है।’ उन्होंने कहा कि राहुल भ्रम में हैं और भारतीय नागरिक उनकी तुलना में ज्यादा परिपक्व हैं।
Last Updated Oct 26, 2018, 1:26 PM IST