आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों के जवाब आज चुनाव आयोग एक प्रजेंटेशन के जरिए देगा। ताकि विपक्षी दलों के सवालों का जवाब दिया जा सके। उधर आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेता मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर ईवीएम को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवालों के जवाब आज चुनाव आयोग एक प्रजेंटेशन के जरिए देगा। ताकि विपक्षी दलों के सवालों का जवाब दिया जा सके। उधर आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेता मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर ईवीएम को लेकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे।
हालांकि अभी तक कई बार चुनाव आयोग ईवीएम को लेकर अपनी सफाई दे चुका है। लेकिन विपक्षी दल बार बार फिर से ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष दल पहले की तरह मतपत्रों के जरिए चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। इसके पीछे विपक्षी दलों का तर्क है कि ज्यादातर देशों में मतपत्र के जरिए चुनाव कराए जा रहे हैं। लेकिन आयोग का कहना है कि अन्य देशों की स्थिति में भापजा की स्थिति अलग है और अभी तक जितने भी चुनाव ईवीएम से कराए गए हैं। उसके अच्छे परिणाम आए हैं। लिहाजा आज एक बार फिर आयोग ईवीएम पर प्रजेंटेशन देगा और ताकि विपक्षी दलों के सभी आरोपों और शंकाओं का जवाब दिया जा सके।
आयोग का कहना है कि महज 1-2% फीसदी ईवीएम चुनाव के दौरान काम नहीं करते और इसके लिए कई तकनीकी कारण हैं। जिनका निवारण किया जा रहा है। उधर आज राहुल चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर ईवीएम को लेकर अपना संदेह जताएंगे। राहुल गांधी सभी विपक्षी दलों के नेताओं से साथ चुनाव आयोग के सामने ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों की नाराजगी चुनाव आयोग से समक्ष जाहिर करेंगे। राहुल की अगुवाई में शुक्रवार को कई विपक्षी दलों की बैठक हुई थी, जिसमें ये तय हुआ था कि सोमवार को चुनाव आयोग के समक्ष सभी अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए और गैर यूपीए(भाजपा और उसके सहयोगी दलों को छोड़) दलों के नेता चुनाव आयोग जाएंगे।
सभी विपक्षी दलों के नेता आज शाम 5:30 बजे विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग जाएंगे। शुक्रवार को हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार, तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) के एन चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओब्रायन, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, द्रमुक की कनिमोई, भाकपा के डी राजा, माकपा के मोहम्मद सलीम एवं के टीके रंगराजन, राजद के मनोज झा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, झारखंड मुक्ति मोर्चा के अशोक कुमार सिंह, हम के जीतन राम मांझी और टीजेएस के प्रोफेसर कोडांदरम शामिल हुए थे।
Last Updated Feb 4, 2019, 12:54 PM IST