बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में प्रेस कांफ्रेन्स कर रही मीनाक्षी लेखी बेहद नाराज थीं। उनकी नाराजगी का कारण यह था, कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आंदोलन का मजाक उड़ाया था। 

लेखी ने पूरी कांग्रेस पार्टी को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होने कहा कि आखिर राहुल गाँधी कांग्रेस पार्टी में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की संलिप्तता पर चुप क्यों हैं? राहुल गाँधी बताएं कि उन्होंने महिलाओं का अपमान करने वाले कांग्रेसी नेताओं के ऊपर क्या कार्रवाई की है?

मीनाक्षी लेखी ने कहा, कि राहुल गाँधी सहित पूरी की पूरी कांग्रेस पार्टी महिला विरोधी मानसिकता से ग्रस्त है। 

‘राहुल गाँधी स्वयं बलात्कार के मामले में आरोपी रहे हैं।  इतना ही नहीं, अभी हाल ही में राहुल गाँधी के ठीक नाक के नीचे कांग्रेस के आईटी सेल में कांग्रेस के एक पदाधिकारी के द्वारा कुछ महिलाओं से बदसलूकी की गई। 

राहुल गाँधी, दिगिविजय सिंह, श्रीप्रकाश जायसवाल से लेकर कई कांग्रेसी नेताओं ने अपनी ओछी मानसिकता वाले बयानों से महिलाओं को अपमानित किया है

20 अक्टूबर को ही केरल क्राइम ब्रांच ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी और कांग्रेस की यूपीए सरकार में केन्द्रीय राज्य मंत्री रह चुके कांग्रेस के सांसद के. सी. वेणुगोपाल पर बलात्कार का केस दर्ज किया गया है।

राहुल गाँधी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का मजाक उड़ाने से पहले अपने गिरेबां में झाँक कर देखना चाहिए और कांग्रेसी नेताओं के काले करतूतों पर भी ध्यान देना चाहिए’।

मीनाक्षी लेखी ने कहा, कि बेटियों के मान-सम्मान और सुरक्षा के उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाये गए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे संवेदनशील अभियान का मजाक उड़ा कर राहुल गाँधी ने यह सिद्ध कर दिया है कि उनके मन में महिलाओं के सम्मान के लिए कोई जगह नहीं है। 

लेखी ने कहा, कि राहुल गाँधी के कथनी और करनी में बहुत अंतर है, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ जैसे संवेदनशील अभियान का मजाक उड़ाकर राहुल गाँधी स्वयं मखौल के पात्र बन गए हैं।