नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भारत चीन विवाद को लेकर पीएम नरेन्द्र मोदी पर लगातार हमले कर रहे हैं। राहुल रोज किसी न किसी मुद्दे पर पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन राहुल के अलावा कांग्रेस में और कोई पीएम मोदी पर सीधे तौर पर निशाना साध रहा है। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि राहुल गांधी कांग्रेस में पीएम मोदी पर हमले को  लेकर अलग थलक पड़ते जा रहे हैं।  वहीं इस मुद्दे पर उनका साथ उनकी बहन दे रही हैं।


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस कार्यसमिति में ज्यादातर नेताओं ने राहुल गांधी को सलाह दी कि चीन के मुद्दे पर वह सीधे तौर पर पीएम मोदी पर हमला करने से बचे। खासतौर से पीएम मोदी पर व्यक्तिगत हमलों से बचना चाहिए।  लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि वह पीएम मोदी ने नहीं डरते हैं और वह उन्हें निशाना बनाते रहे हैं। यही नहीं राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं को कठघरे में खड़ा कर दिया कि वह पीएम पर सीधे हमला करने से बच रहे हैं। वहीं राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले और कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी सदस्य आरपीएन सिंह ने राहुल गांधी को सलाह दी कि भारत चीन विवाद में पीएम मोदी पर निजी हमले से बचना चाहिए। लेकिन पीएम मोदी का विरोध करना चाहिए।  

हालांकि इसके बाद कांग्रेस में राहुल बनाम मामला बन गया। क्योंकि टीम राहुल इस पर नाराज थी कि कांग्रेस के भीतर ही 'युवा बनाम पुराना' मामला बन रहा है। जिसमें वरिष्ठ नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं जबकि युवा नेता सरकार के खिलाफ आक्रामक हैं।  वहीं राहुल गांधी को कार्यसमिति की बैठक में भले ही ज्यादातर सदस्यओं का साथ न मिला हो, लेकिन उनकी बहन प्रियंका गांधी राहुल गांधी के साथ खड़ी दिखी। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि वह पीएम मोदी ने नहीं डरते हैं और वह उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। अगर पार्टी में किसी को उनके बयानों से दिक्कत हो तो कार्यसमिति उन्हें चुप रहने के लिए कह सकती है। कांग्रेस की बैठक में प्रियंका गांधी ने भी माना की राहुल गांधी को छोड़कर ज्यादातर कांग्रेस के नेता पीएम मोदी और अमित शाह पर सीधा हमल करने से बच रहे हैं।

आपातकाल पर बरसे शाह

आपातकाल की 45 बरसी पर भाजपा ने कांग्रेस पर चौतरफा हमले किए।  के्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र है कांग्रेस का राज नहीं।  सत्ता के लालच में एक परिवार ने 45 साल पहले देश में आपातकाल लगा दिया था। शाह ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सबकी आवाज दबा दी गई। शाह ने हाल में कांग्रेस प्रवक्ता को पद से हटाए जाने को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि एक पार्टी प्रवक्ता को बिना पार्टी से निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने पार्टी नेतृत्व को लेकर लेख लिखा था। शाह ने कहा कि आखिर क्यों उसकी आपातकाल वाली मानसिकता बरकरार है।