फिलहाल राज्य में मंदिर खोलने की मांग को लेकर सियासत गर्माई हुई है। राज्य में सत्ताधारी उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य में मंदिरों को नहीं खोलने का फैसला किया है। राज्य में कोरोना के कारण हालात खराब हैं और राज्य सरकार इसके लिए मंदिरों को नहीं खोलने का फैसला किया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में राज्य की सत्ताधारी शिवसेना पर कांग्रेस के इशारे पर सरकार चलाने के आरोप लग रहे हैं। राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार हिंदू विरोधी और कांग्रेस के दबाव में अपने फैसलों को लेकर विपक्षी दलों और हिंदू संगठनों के निशाने पर है। वहीं राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने दिर खोलने की मांग को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने राज्य में मंदिरों को न खोलने के फैसले पर राज्य सरकार तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिंदू भावनाओं के प्रति बहरी हो चुकी है।
फिलहाल राज्य में मंदिर खोलने की मांग को लेकर सियासत गर्माई हुई है। राज्य में सत्ताधारी उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य में मंदिरों को नहीं खोलने का फैसला किया है। राज्य में कोरोना के कारण हालात खराब हैं और राज्य सरकार इसके लिए मंदिरों को नहीं खोलने का फैसला किया है। हालांकि मुस्लिमों के धार्मिक स्थलों को लेकर ठाकरे सरकार ने चुप्पी साधी है। वहीं राज्य में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा है और राज्य सरकार द्वराा मंदिरों को न खोलने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिंदू भावनाओं के प्रति बहरी हो चुकी है।
कभी शिवसेना उग्र हिंदूत्व को लेकर देशभर में पहचानी जाती थी। लेकिन राज्य में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनने के बाद राज्य में कांग्रेस ने अपने मूल हिंदू को मुद्दे को दरकिनार कर दिया है। इसी बात को लेकर एमएनएस ने ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार हिंदुओं की भावनाओं के प्रति बहरी हो चुकी है।
Last Updated Sep 4, 2020, 6:55 AM IST