जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में राजस्थान के आखिरी गांव अकली और आसपास के क्षेत्र में चुनाव हो रहा है। प्रदेश के बाड़मेर जिले में पड़ने वाले इस गांव के 50 मीटर बाद से ही पा​किस्तान की सरहद शुरु हो जाती है। मौके पर बीएसएफ के बड़े-बड़े वॉच टॉवर लगे हैं। शाम के समय अंधेरा होने से पहले ही वॉच टॉवर की बड़ी—बड़ी लाइटें जगमगा उठती हैं। ताकि सीमा पर नजर रखी जा सके। इसकी वजह से यहां हर रात दिन की तरह हो जाती है।

 

ये है देश के आखिरी गांव की मुश्किलें

अकली गांव में करीबन 550 लोग रहते हैं। उनमें वोटर्स की संख्या 80 फीसदी है। चुनाव के मद्देनजर गांव में बूथ बनाए गए हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि गांव में इस बार 100 फीसदी तक वोट पड़ सकता है। वैसे वोटर्स की परेशानियां भी कम नही हैं। साल 2019 में इलाके में पीने के मीठे पानी का इंतजाम हो सका। गांव में साल 1984 में एक स्कूल बना था, जो अभी तक सिर्फ आठवीं क्लास तक ही चलता है। गांव में रोजगार के अवसर न के बराबर हैं। पीने का पानी इकट्ठा करने के चक्कर में घर की औरतों का पूरा दिन खप जाता है।

वादे करके चले जाते हैं नेता, नहीं बदलती है जिंदगी

हर बार की तरह इस बार भी चुनाव से पहले गांव में बड़े-बड़े नेता आए और वादे करके चलते बने। स्थानीय लोग गांव में सिर्फ बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता चाहते हैं। ताकि उनका गुजर बसर ठीक से हो सके। चुनाव दर चुनाव गुजर गए। पर लोगों की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया। हर बार की तरह इस बार भी गांव के लोग 10 प्रतिशत तक वोटिंग की तैयारी कर रहे हैं।

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