राजस्थान सरकार ने राज्य में काम करने के घंटों में इजाफा कर दिया था। राज्य सरकार ने 24 अप्रैल को श्रमिकों की आवश्यकता पड़ने पर काम के घंटे बढ़ा दिए थे और इन्हें बढ़ाकर 12 से 8 घंटे प्रति दिन कर दिया था। जिसके बाद राज्य सरकार की आलोचना हो रही था। लिहाजा अब राज्य सरकार ने फैसला किया है कि काम अवधि आठ घंटे ही रहेगी।
नई दिल्ली। कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच बस विवाद अब खत्म हो गया है। अब राजस्थान सरकार उत्तर प्रदेश सरकार के एक आदेश को अपने राज्य में लागू करने जा रही है। कोरोना संकट के बीच राजस्थान सरकार ने राज्य में कारखानों में काम करने के लिए 8 घंटे निर्धारित किए हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार इसके लिए आदेश जारी कर चुकी है। जिसके बाद राजस्थान सरकार ने इस पर फैसला लिया है।
राजस्थान सरकार ने राज्य में काम करने के घंटों में इजाफा कर दिया था। राज्य सरकार ने 24 अप्रैल को श्रमिकों की आवश्यकता पड़ने पर काम के घंटे बढ़ा दिए थे और इन्हें बढ़ाकर 12 से 8 घंटे प्रति दिन कर दिया था। जिसके बाद राज्य सरकार की आलोचना हो रही था। लिहाजा अब राज्य सरकार ने फैसला किया है कि काम अवधि आठ घंटे ही रहेगी।
राजस्थान सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कारखाना श्रमिकों के लिए काम के घंटे आठ घंटे प्रति दिन बहाल किए हैं। असल कोरोना संकट के बीच राज्य सरकार ने ये फैसला किया था। जिसको लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधा था। जिसके बाद राज्य सरकार ने इसके लिए फैसला लिया है। राज्य सरकार का कहना है कि राज्य में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इसे तीन जोन में बांटा गया है और राज्य में कारखाने शुरू हो गए हैं। जिसके बाद कार्य की अवधि को कम कर बारह से आठ घंटे कर दिया गया है।
राज्य सरकार का कहना है कि पहले ये फैसले कोरोना के संकट को देखते हुए किया गया था और अब राज्य के ज्यादातर जिलों में कारखानें चल रहे हैं। जिसके बाद राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है। हालांकि इससे पहले पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी राज्य में काम करने के अवधि को आठ घंटे कर चुकी है।
Last Updated May 26, 2020, 6:19 PM IST