पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद की  स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में दिल्ली में सर्वदलीय बैठक हुई।  इसमें नेताओं को पुलवामा हमले के बारे में जानकारी दी गई। बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पूरा विपक्ष अपनी सेना और सरकार के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। 

बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि कश्मीर की आम जनता राज्य में अमन चाहती है, वह देश के साथ खड़ी है। राज्य में कुछ ऐसे तत्व हैं, जो सीमा पार से समर्थित आतंकियों की मदद करते हैं, ऐसे लोग कश्मीर के दुश्मन हैं। वे कश्मीर में अमन चैन नहीं चाहते हैं। देश आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक में कहा कि हम सब एकजुट होकर आतंकवाद को उखाड़ फेंकेंगे। जम्मू-कश्मीर में अमन चैन पूरी तरह से बहाल होगा। इससे पहले, राजनाथ ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर जाकर हालात की समीक्षा की थी। 

कांग्रेस के नेता आजाद ने कहा, 'हम देश की एकता, अखंडता के लिए सरकार और सुरक्षा बलों के साथ हैं। कश्मीर हो या देश का कोई दूसरा हिस्सा, कांग्रेस पार्टी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सरकार को पूरा समर्थन देती है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने गृह मंत्री से अनुरोध किया है कि वह पीएम से हमारी तरफ से निवेदन करें कि वह सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के अध्यक्षों की मीटिंग बुलाकर विचार-विमर्श करें। इस बात का दूसरे दलों ने भी समर्थन दिया है।'   संसद परिसर में हुई इस बैठक में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के नेता शरद पवार, लेफ्ट के नेता डी. राजा, शिवसेना के संजय राउत समेत कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा भी मौजूद थे। 

एक सरकारी बयान के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में एक प्रस्ताव भी पास किया। 

1- इसके तहत 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की निंदा की गई, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई। प्रस्ताव में कहा गया, 'देशवासियों के साथ हम इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं।' 

2- हम सीमा पार से समर्थन मिल रहे आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं। 
3- पिछले 3 दशकों से भारत सीमा पार आतंकवाद का सामना कर रहा है। भारत में फैले आतंकवाद को सीमा पार से प्रोत्साहन मिल रहा है। भारत इन चुनौतियों का मिलकर मुकाबला कर रहा है। इस लड़ाई में पूरा देश एकसाथ है। हम आतंकवाद से लड़ाई में अपने सुरक्षा बलों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं।