लखनऊ। सोमवार को राखी का त्योहार कुछ खास होगा। क्योंकि तीन तलाक कानून को पारित हुए एक साल पूरा हो गया है और रक्षाबंधन त्योहार को लेकर तीन तलाक की भुक्तभोगी मुस्लिम महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। क्योंकि सालों से इन महिलाओं ने जो पीड़ा सही है वह तीन तलाक कानून बनने के बाद कम हुई है और इसका श्रेय जाता है केन्द्र सरकार और  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को। जिन्होंने विपक्षी दलों की तमाम कोशिशों के बावजूद इस कानून को पारित कराया।

अब मुस्लिम महिलाएं पीएम नरेन्द्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राखी भेजेंगी। तीन तलाक की इन पीड़ित महिलाओं ने राखी तैयार कर ली हैं और इन्हें ये केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के माध्यम से पीएम मोदी, सीएम योगी को राखी भेजेंगी। मुस्लिम महिलाओं ने मोदी, योगी और संतोष गंगवार के लिए राखी अपने हाथों से तैयार की हैं। 

मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी का कहना है कि मुस्लिम महिलाओं के लिए एक अगस्त महिला अधिकार दिवस के रूप मनाया गया है। क्योंकि ठीक एक साल पहले मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी कुप्रथा से आजादी केन्द्र सरकार ने ही दिलाई थी और इसके लिए केन्द्र सरकार ने इन महिलाओं के लिए कानून बनाया था। जिसके बाद इन महिलाओं को उनका हक मिल सका। लिहाजा एक अगस्त का दिन मुस्लिम महिला अधिकार दिवस के रूप में दर्ज हो चुका है। इन महिलाओं ने इन खुशी को मनाने का फैसला किया है और सोमवार को रक्षाबंधन का त्योहार भी है।

लिहाजा तीन तलाक पीड़िताओं ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को राखी भेजने का फैसला किया और इसके राखी इन महिलाओं ने अपने हाथों से तैयार की हैं और ये राखियां केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के जरिए भेजी जाएगी। उन्होंने बताय कि तीन तलाक पीड़िताएं केंद्रीय मंत्री संतोष। गंगवार को भी राखी बांधेंगी। केंद्र सरकार की वजह से मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति मिली है। पिछले दिनों केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने खुलासा किया था कि देश में तीन तलाक के मामलों में काफी कमी आई है। क्योंकि तीन तलाक देने के बाद जेल भी हो सकती है।