समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा है कि मैं "भगवान राम का भक्त हूं, मुझे भरोसा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव की वजह से आप सभी लोग राम मंदिर का निर्माण होते देखेंगे। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 3 से 6 महीने के बीच होगा"।

बता दें कि कुछ समय पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी राम मंदिर की तर्ज पर भगवान विष्णु के मंदिर बनाने की बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा  था कि सत्ता में आने पर वह भगवान विष्णु के नाम पर एक शहर भी बनावाएंगे। अखिलेश ने कहा था कि भगवान विष्णु का जो मंदिर बनेगा वह कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तर्ज पर होगा और विष्णु मंदिर के निर्माण के वक्त एक्सपर्ट कंबोडिया जाकर वहां के ढांचे से सीखेंगे-समझेंगे।

हालांकि अखिलेश यादव विष्णु मंदिर बनाने की बात कह चुके हैं लेकिन वह राम मंदिर पर खुलकर बोलने से बचते रहे हैं। ऐसे में सुरेंद्र सिंह नागर का यह बयान पार्टी लाइन से हटकर माना जा रहा है। नागर बुलंदशहर के एक गांव में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। बेलाग अंदाज में बोलते हुए सुरेंद्र नागर ने यह भी कहा कि राजनीति में राम ना का इस्तेमाल वोट पाने के लिए होता है। कम से कम इस बहाने भी मंदिर का निर्माण हो जाता है तो अच्छा है क्योंकि हर कोई भव्य राम मंदिर चाहता है। सुरेंद्र सिंह नागर समाजवादी पार्टी से गौतमबुद्धनगर से लोकसभा सांसद भी रहे हैं। 

बता दें कि इससे पहले यूपी के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षि महाराज भी रामं मंदिर बनाने की बात कह चुके हैं। शनिवार को उन्होंने बयान दिया था कि अगर भारतीय जनता पार्टी राम मंदिन नहीं बनवाती तो में उसके साथ खड़ा नहीं होऊंगा। 

इससे पहले वीएचपी ने मंदिर निर्माण को लेकर सरकार से अध्यादेश लाने की बात कही। वीएचपी की तरफ से कहा गया कि सरकार को मंदिर निर्माण को लेकर जल्द कदम उठाने चाहिए। ऐसा ना होना हिंदू जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ होगा। 

शिवसेना के नेता संजय राउत ने तो यहां तक कहा था कि "जब अयोध्‍या में विवादित ढांचा गिराने के लिए कोर्ट से नहीं पूछा तो हम राम मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट से क्‍यों पूछें, राम मंदिर श्रद्धा का विषय है और दिवाली के बाद लाखों शिवसैनिक मिलकर राम मंदिर निर्माण का काम शुरू करेंगे"।