विपक्षी दल जहां रैली कर आगामी लोकसभा चुनाव के बाद अपनी सरकार बनने का दावा कर रहे हैं. वहीं केन्द्र में भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान दावा कर रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव के बाद फिर से केन्द्र में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे. पासवान का दावा है कि सवर्ण आरक्षण से एनडीए का दस फीसदी वोट बैंक बढ़ेगा और वह केन्द्र में फिर से सरकार बनाने में कामयाब होगी.

शनिवार को कोलकाता में ममता की रैली में करीब 18 राजनैतिक दलों ने हिस्सा लिया था. विपक्षी दलों ने केन्द्र सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया था कि वक केन्द्र के लिए खतरा है. लिहाजा उसे आगामी लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है. वहीं अब विपक्षी दलों की रैली में एकता दिखाने के बाद एनडीए के सहयोगी दलों ने भी एका दिखानी शुरू कर दी है. एनडीए के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केन्द्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने आज कहा कि चुनाव के बाद केन्द्र में एनडीए ही सरकार बनाएगा और नरेन्द्र मोदी फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. पासवान का दावा है कि सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण से गठबंधन का वोट शेयर दस फीसदी तक बढ़ेगा.

उन्होंने कहा जनता विपक्ष के प्रस्तावित महागठबंधन को उसके भीतर मौजूद अंतर्विरोधों और अस्थिरता के कारण खारिज कर देंगे. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने हाल में राज्य चुनावों में हुई हार से सबक सीखा है और प्रधानमंत्री मोदी के तरकश में कई तीर हैं. असल में भाजपा को हाल ही में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में सत्ता से बेदखल होना पड़ा है.  उन्होंने कहा कि दस फीसदी कोटे से एनडीए के वोट बैंक में दस फीसदी की वृद्धि होगी. इस विधेयक के कारण बिहार में लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को अपना खाता खोलने में मुश्किल होगी.