जो दूध से नहाता था और उसी दूध से बनी खीर को भक्तों को प्रसाद के रूप में देता था, उसे हत्या के एक और मामले में उम्रकैद की सजा हुई है। 15 अक्टूबर को हत्या के दो मामलों में हिसार की कोर्ट ने रामपाल समेत 14 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
हिसार(हरियाणा)- 15 अक्टूबर को हत्या के दो मामलों में दोषी रामपाल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। ठीक एक दिन बाद हिसार की अदालत ने महिला की हत्या के मामले में उसे 13 अन्य लोगों के साथ दोषी करार दिए जा चुके रामपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
मामला 2014 में हिसार के बरवाला के सतलोक आश्रम में हुई हिंसा से जुड़ा हुआ है। अदालत ने कुल 14 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह मामला आश्रम में यूपी के ललितपुर की महिला की मौत से जुड़ा है।
बता दें कि हिसार के बरवाला के सतलोक आश्रम में हिंसा का यह केस उत्तरप्रदेश के ललितपुर निवासी सुरेश की शिकायत पर दर्ज हुआ था। सुरेश ने अपनी शिकायत में कहा था कि 8 नवंबर 2014 को वह पत्नी और दादी के साथ आश्रम में आया था। 11 नवंबर को वापस घर जाने के वक्त रामपाल और उसके गुंडों ने उन्हें जबरन रोक लिया। इसी दौरान पुलिस के साथ रामपाल समर्थकों की झड़पे होती रहीं। इसी दौरान महिलाओं की तबियत बिगड़ी, बाद में सुरेश की पत्नी की मौत हो गई थी।
इससे पहले मंगवार को हिसार कोर्ट ने 4 महिलाओं और एक बच्चे की हत्या के मामले में रामपाल समेत 15 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। रामपाल पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
Last Updated Oct 17, 2018, 4:01 PM IST