उत्तर प्रदेश के बरेली में आरोपी सिपाही की गिरफ्तारी नहीं होने पर पीडिता ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से इच्छा मृत्यु की मांग की है। लड़की का आरोप है कि पुलिस वाले ने शादी का झांसा देकर होटल में दुष्कर्म किया। इसके बाद शादी से इंकार कर दिया।

युवती ने कोतवाली में रेप का मुकदमा दर्ज कराया था, मगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। पीड़ित युवती ने राज्यपाल से इच्छा मृत्यु मांगने के बाद इसकी शिकायत आईजी रेंज से की है। आईजी ने कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।


बताया जा रहा है कि युवती के अपने ही गांव के नितेश से प्रेम संबंध थे। बाद में नितेश उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही हो गया। इसके बाद भी उनका अफेयर जारी रहा। युवती का आरोप है कि शादी का झांसा देकर सिपाही ने कई बार उसके साथ संबंध बनाए।

बाद में वह शादी से मुकर गया। 18 अगस्त को युवती ने कोतवाली में सिपाही के खिलाफ दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

 युवती का आरोप है कि आरोपी सिपाही 16 अगस्त को संभल से बरेली आया। उसने युवती को बातचीत करने के लिए होटल में बुलाया और दुष्कर्म किया। वहीं पुलिस का कहना है कि छानबीन में 16 अगस्त को सिपाही की लोकेशन संभल में मिली। पुलिस को मामला झूठा लग रहा था। मुकदमे में एफआर लगाने की तैयारी चल रही थी। इसकी जानकारी होते ही युवती ने सिपाही के खिलाफ गिरफ्तारी व कार्रवाई की मांग करते हुए राज्यपाल से इच्छा मृत्यु मांगी।

युवती का कहना है कि उसने गलती से घटना की तारीख 16 अगस्त बता दी। घटना 15 अगस्त की है। इसके बाद 15 अगस्त को सिपाही के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली गई तो उसकी लोकेशन बरेली में मिली। जिस पर आईजी ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

आईजी रेंज मुरादाबाद ने सिपाही नितेश को सस्पेंड कर दिया। अब सिपाही की गिरफ्तारी की मांग को लेकर युवती आईजी रेंज डीके ठाकुर से मिली। आईजी ने इंस्पेक्टर को तलब किया। पता लगा कि कोर्ट में बयान और विधिक राय लेने के बाद पुलिस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी में है।