उत्तर प्रदेश में गोरखपुर अहम सीट मानी जा रही है। यहां से बीजेपी के रविकिशन चुनाव मैदान में हैं। अभी तक बीजेपी प्रत्याशी इस सीट पर 24 हजार सीटों से आगे हैं। ये सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। लेकिन 2017 में हुए उपचुनाव में इस सीट पर एसपी के प्रवीण निषाद ने जीत दर्ज की की थी।
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर अहम सीट मानी जा रही है। यहां से बीजेपी के रविकिशन चुनाव मैदान में हैं। अभी तक बीजेपी प्रत्याशी इस सीट पर 24 हजार सीटों से आगे हैं। ये सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। लेकिन 2017 में हुए उपचुनाव में इस सीट पर एसपी के प्रवीण निषाद ने जीत दर्ज की की थी।
किन इस बार मुकाबला मुश्किल है। मतगणना में आज रविकिशन 24 हजार वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। इस सीट पर पहली बार योगी आदित्यनाथ ने 1998 में सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद यहां पर लगातार बीजेपी जीतती आयी है। जबकि एसपी की तरफ से 2017 में योगी के प्रदेश की कमान संभालने के बाद से गोरखपुर में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ती गईं. इसका पहला नतीजा 2018 के उपचुनाव में मिला जब महागठबंधन ने यह सीट बीजेपी से छिनी।
इस सीट पर योगी आदित्यनाथ और बीजेपी उम्मीदवार रवि किशन शुक्ला जीत का दावा जरूर कर रहे हैं। गोरखपुर की राजनीति को करीब से जानने वाले लोगों की मानें तो यहां पर इस बार बीजेपी की लड़ाई आसान नहीं है।
Last Updated May 23, 2019, 10:12 AM IST