रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई आम जनता को ब्याज दरों पर राहत दे सकता है। क्योंकि आज रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक का आखिरी दिन है और उम्मीद की जा रही है कि बैंक आज रेपो रेट में कटौती कर सकता है। करीब दो महीने पहले भी बैंक ने रेपो रेट को कम किया था और यह 6.50 फीसदी से घटाकर 6.25 कर दिया था।

जानकारी के मुताबिक आज रिजर्व बैंक की मौजूदा वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक है। ये बैठक मंगलवार से शुरू हुई थी और आज रेपो रेट को लेकर बैठक में कोई बड़ा फैसला आ सकता है। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि बैंक आम आदमी को राहत देते हुए रेपो रेट में .25 फीसदी की कटौती कर सकती है। हालांकि पिछली बैठक में बैंक ने आम लोगों को राहत देते हुए खासतौर से आवास ऋण लेने वाले ग्राहकों की राहत दी थी। हालांकि बैंकों ने इस राहत को ज्यादा ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया। लेकिन आज की बैठक में फिर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का अनुमान लगाया जा रहा है। 

इस बैठक की अध्यक्षता आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास कर रहे हैं। अगर आज बैंक रेपो रेट में कमी करता है तो इससे जनता को बड़ी राहत मिलेगी। आज दोपहर तक बैठक के फैसलों की जानकारी मिल जाएगी। फिलहाल देश में चल रहे चुनावी मौसम में रेपो रेट में कटौती का फायदा कर्ज दाताओं को मिलने की संभावना है। असल में उद्योग जगत भी रेपो रेट को कम करने की वकालत कर रहा था। उद्योग जगत के तर्क थे कि महंगाई की दर आरबीआई के तय मानक चार फीसदी से कम हो गयी है और ऐसे में बैंक को रेपो रेट को कम करना चाहिए।

जानें क्या है रेपो रेट और कैसे मिलेगा जनता को फायदा

आरबीआई जिस तरह पर कमर्शियल बैंकों और दूसरे बैंकों को कर्ज देता है। यानी जो ब्याज दर आरबीआई बैंकों से वसूलता है उसे रेपो रेट कहते हैं। रेपो रेट के कम होने से बैंको को मिलने वाले कर्ज पर आरबीआई ब्याज दर कम लेता है। जिससे बैंक भी ग्राहक को देने वाले कर्ज की ब्याज दरों को कम कर देते हैं। ये दर उसी तारीख से लागू हो जाते हैं जिस तारीख से बैंक इसकी घोषणा करता है। आमतौर पर रेपो रेट कम होने से होम लोन, व्हीकल लोन वगैरह सभी सस्ते हो जाते हैं।