कर्नाटक में चल रहे सियासी ड्रामे का पटाक्षेप नहीं हो सका है। लेकिन इसी बीच आज कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं। ताकि वह सुप्रीम कोर्ट में फिर से अपील कर सकें। उधर कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार ने राज्य की कुमारस्वामी सरकार से आज शाम तक विश्वासमत के लिए वोटिंग करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक सदन में वोटिंग नहीं होगी तब तक सदन स्थगित नहीं किया जाएगा।

राज्य में कुमारस्वामी सरकार पर संकट मंडराया हुआ है और माना जा रहा है कि विधानसभा में राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है। लिहाजा कुमारस्वामी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। लेकिन पिछले चार दिन से सदन में विश्वासमत के प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हो पा रही है। लिहाजा आज सदन में विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने साफ कर दिया है कि आज शाम छह बजे तक कुमारस्वामी सरकार को सदन में बहुमत साबित करना होगा।

उन्होंने कहा कि जब तक सदन में वोटिंग नहीं होती है तब तक सदन को स्थगित नहीं किया जाएगा। कल भी सदन में वोटिंग की जानी थी। लेकिन शाम को विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को आज तक के लिए स्थगित कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य की कुमारस्वामी सरकार से हर हाल में आज शाम 6 बजे तक बहुमत साबित करने के लिए कहा है।

फिलहाल इस बीच खबर आ रही है कि 15 बागी विधायक मुंबई से दिल्ली पहुंच गए हैं। बागी विधायक, सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका करने के लिए दिल्‍ली लाए गए हैं। इन्हें दिल्‍ली में किसी गुप्‍त स्‍थान पर रखा गया है। गौरतलब है कि कर्नाटक का सियासी नाटक पिछले 21 दिन से चल रहा है। कई बार सीमा तय होने के बावजूद अभी तक राज्य की कुमारस्वामी सरकार सदन में बहुमत सिद्ध नहीं कर सकी है। भाजपा विधायक विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग पर अड़े हैं।

ये राज्य में विधायकों का सियासी गणित

राज्य की विधानसभा में कुल 225 हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसमें से 15 कांग्रेस और जेडीएस के बागी और दो निर्दलीय विधायक कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे। राज्य में सरकार बनाने के लिए 105 सदस्यों की जरूरत है जबकि कांग्रेस और जेडीएस के पास महज 100 विधायकों का समर्थन है। जबकि भाजपा के पास 107 विधायकों का समर्थन है।