पटना। बिहार में उपचुनाव के बाद लालू की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में बगावत होने वाली है। क्योंकि लालू प्रसाद यादव के करीबी विधायक अब राज्य के सीएम और जनता दल यूनाइटेड के मुखिया नीतीश कुमार की तारीफ कर रहे हैं। यही नहीं राजद नेता का दावा है कि बिहार में उपचुनाव के बाद समाजवादी विचारों के नेता नीतीश कुमार के नेतृत्व में जल्दी ही एकजुट होंगे।

राजद में विधायक तेजस्वी यादव को लेकर नाराज चल रहे हैं। कई विधायक और नेता खुले मंच से तेजस्वी के खिलाफ नाराजगी जता चुके हैं। वहीं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी विधायक महेश्वर ने कहा कि राजद में जल्द ही बगावत हो सकती है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के बाद राज्य के समाजवादी विचार के नेता जल्द ही जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष नीतीश कुमार की अगुवाई में एकजुट होंगे। इस बयान के जरिए यादव ने एक तरह से पार्टी नेतृत्व पर ही सवाल उठा दिए हैं।

यादव का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि पार्टी में तेजस्वी अध्यक्ष बनना चाहते हैं। लिहाजा कई विधायक और नेता इसका विरोध कर रहे हैं। यही नहीं लालू यादव के परिवार में भी स्थिति सही नहीं है। क्योंकि पार्टी के मुखिया के पद को लेकर तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव में अनबन है। वहीं लालू की बेटी मीसा भारती तेजस्वी के व्यवहार को लेकर नाराज है। पिछले दिनों ही राजद के दिग्गज नेता अली असगर फातमी ने पार्टी से किनारा कर लिया था और वह जदयू में शामिल हो गए थे। अब माना जा रहा है कि उपचुनाव के बाद राज्य में राजद के कई नेता जदयू का दामन थाम सकते हैं। क्योंकिं ये तय हो गया है कि भाजपा और जदयू मिलकर चुनाव लड़ेंगे। लिहाजा जीत की गारंटी पक्की है।

राजद ने लोकसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़े थे। लेकिन तेजस्वी एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं रहे। जबकि राजद के सहयोगी दल कांग्रेस के खाते में एक सीट आई। फिलहाल यादव ने अपनी पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपनाते हुए कहा, ‘बिहार में उप-चुनाव समाप्त होने के बाद राज्य में बड़े राजनैतिक उलटफेर होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी सही राह पर नहीं चल रही है। उन्होंने तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए तंज कसते हुए कहा कि पार्टी में सक्षम नेता उपेक्षित हैं जबकि कम योग्यता वाले नेता पार्टी चला रहे हैं।