नई दिल्ली। कांग्रेस में पिछले दिनों शुरू हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है।  पार्टी की कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हुआ गहमागहमी के बाद जहां गांधी परिवार शांत हो गया है। वहीं बागी अपना मुखर बने हुए है। लिहाजा पार्टी नेतृत्व उठे विवाद को पार्टी शांत करने की कोशिश में जुटी है। कांग्रेस को डर है कि कहीं पार्टी में फूट न हो जाए। लिहाजा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी बागियों को मनाने में जुटे हैं।

फिलहाल पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिठ्ठी लिखने वाले राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने इस मुद्दे पर एक और ट्वीट किया है। सिब्बल ने इस ट्वीट में विरोध और समर्थन दोनों की बात कही है। सोमवार को पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में सिब्बल गांधी परिवार के समर्थकों के निशाने पर थे। गांधी परिवार ने सिब्बल पर निशाना साधा था और पार्टी में लोकतंत्र बहाली की मांग की थी। सिब्बल का कहना था कि  पार्टी में राहुल गांधी को अध्यक्ष  की कमान सौंपी जानी चाहिए। वहीं कांग्रेस कार्यसमिति की घमासान बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गाधी ने बागी गुटके असंतुष्ट नेताओं से फोन पर बात की है और उन्हें मनाने की कोशिशश की।

हालांकि कुछ नेताओं का मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ से सुलह का संकेत है। वहीं कुछ नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी ने यह जताने की कोशिश कर रही हैं कि असंतुष्ट नेताओं के प्रति उनके मन में कोई नाराजगी है या नहीं।  इसके साथ ही सोनिया इस नाराजगी के जरिए पार्टी में होने वाली बगावत को भी परखना चाहती हैं। हालांकि वर्तमान में घमासान के बाद पार्टी के ज्यादातर असंतुष्ट नेता चुप्पी साधे हुए हैं और पार्टी नेतृत्व और गांधी परिवार के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं।

 कभी गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल सोनिया गांधी और कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं और उन्होंने ट्विट के जरिए इसका इशारा भी किया है। सिब्बल ने ट्वीटकिया है कि वह सिद्धांतों के लिए लड़ते रहेंगे। वहीं एक दिन पहले ही कपिल सिब्बल ने ट्वीट के जरिए पद और देश की अहमियत के बारे में लिखा था और लिखा था कि यह किसी पद के बारे में नहीं, यह मेरे देश के बारे में।