कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा जांच एजेंसियों के कसते शिकंजे से परेशान हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही पूछताछ का दर्द साझा किया है। राजस्थान के बीकानेर जमीन सौदे को लेकर ईडी ने वाड्रा से पूछताछ की थी। इसे उन्होंने उत्पीड़न बताया है। खास बात यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब रॉबर्ट वाड्रा भी शिवभक्त अवतार में नजर आ रहे हैं। 

फेसबुक पर लिखी पोस्ट में वाड्रा ने कहा, 'अथक उत्पीड़न ! मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और मैं निश्चित रूप से कानून से ऊपर नहीं हूं। मुझसे लगभग 6 दिन तक 8 से 12 घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान 40 मिनट के लंच ब्रेक में भी मुझसे सवाल किए गए। यहां तक वॉशरूम जाते समय में भी मेरी निगरानी की गई।'  

उन्होंने आगे लिखा, 'मुझे जब भी देश के किसी भी कोने में पूछताछ के लिए बुलाया गया, मैंने सहयोग किया और नियमों का पूरी तरह से पालन भी किया। किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में मुझसे अधिक पूछताछ की जा रही है।'

उन्होंने कहा, 'मेरा वर्कप्लेस-मेरा ऑफिस और दूसरे एरिया को जिस तरह जांच एजेंसियों की निगरानी में रखा गया है, इससे कानून के दुरुपयोग का पता चलता है। यह पूरी तरह के बदले की भावना है। जब सच्चाई पानी की तरह साफ है, तो मुझे लगता है कि माफी एक ऐसी चीज है जो पर्याप्त होती है। मेरा संकल्प न्याय के लिए दृढ़ रहेगा।' 

इस बीच, ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा की एक कंपनी की 4.62 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है। एजेंसी ने कहा, ‘कुर्क की गई संपत्तियों में चार लोगों की 18,59,500 रुपये की चल संपत्तियां और रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी मैसर्स स्काई लाइट हॉस्पिटलिटी (प्राइवेट) लिमिटेड (अब एलएलपी) के स्वामित्व वाली 4,43,36,550 रुपये कीमत वाली एक अचल संपत्ति, जो नई दिल्ली के 268, सुखदेव विहार में स्थित है, शामिल हैं।’ 

ईडी ने 2015 में सौदे के सिलसिले में आपराधिक मामला दर्ज किया था। बीकानेर के तहसीलदार ने इलाके में जमीन के आवंटन में कथित धोखाधड़ी के बारे में शिकायत की थी जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने प्राथमिकी और आरोपपत्र दायर किए थे। इस इलाके को भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक होने की वजह से संवेदनशील माना जाता है।