रिपोर्टों के अनुसार शहर में हुए दंगों में कांग्रेस नेता कलीम पाशा की बड़ी भूमिका है और वह दंगों के मास्टरमाइंड लोगों में से एक है। वह नागवारा क्षेत्र के पार्षद इरशाद बेगम का पति है। बेंगलुरु पुलिस ने एफआईआर में 7 वें आरोपी के रूप में कलीम पाशा को नामजद किया है।
बेंगलुरु। बेंगलुरु शहर में मुस्लिम भीड़ द्वारा भयावह दंगों में अब कांग्रेस की भूमिका सामने आ रही है। शहर में मंगलवार रात को हुई हिंसा में कांग्रेस पार्टी के नेताओं की भूमिका के बारे में खुलासा हुआ है और इसमें कांग्रेस के पार्षद के पति के नाम रिपोर्ट दर्ज हुई है। फिलहाल पुलिस ने पांच लोगों को इस मामले में नामजद किया है जो उग्र मुस्लिमों की भीड़ा का नेतृत्व कर रहे थे।
रिपोर्टों के अनुसार शहर में हुए दंगों में कांग्रेस नेता कलीम पाशा की बड़ी भूमिका है और वह दंगों के मास्टरमाइंड लोगों में से एक है। वह नागवारा क्षेत्र के पार्षद इरशाद बेगम का पति है। बेंगलुरु पुलिस ने एफआईआर में 7 वें आरोपी के रूप में कलीम पाशा को नामजद किया है, जो पुलिस के अनुसार मंगलवार रात को हुई जानलेवा हिंसा के पीछे भी साजिशकर्ताओं में वह भी शामिल है। कलीम पाशा नागवारा वार्ड का पूर्व पार्षद रह चुका है और कथित तौर पर उसके पार्टी नेतृत्व के साथ करीबी संबंध हैं। वह राज्य में कर्नाटक के पूर्व गृह मंत्री केजे जॉर्ज का करीबी माना जाता है।
बुधवार को बेंगलुरु पुलिस ने एक स्थानीय एसडीपीआई नेता मुज़म्मिल पाशा भी इस मामले में आरोपी बनाया है। मुज़म्मिल पाशा के साथ जाफ़र और कलीम पाशा को को इस मामले में नामजद किया गया है। इन लोगों ने मुस्लिम भीड़ को थाने पर पत्थर फेंकने और वाहन जलाने के लिए उकसाया था। कलीम पाशा ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में कई फोटो को साझा किया है और इसमें वह कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ दिखाई दे रहा है। इस फोटो में वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया के साथ देखा जा सकता है। जाहिर है कि पाशा के ताल्लुकात राज्य के कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ हैं।
वहीं बेंगलुरु पुलिस ने 11 अगस्त की हिंसा के सिलसिले में 17 मुख्य आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं, जिनमें कांग्रेस नेता कलीम पाशा और एसडीपीआई नेता मुजम्मिल पाशा भी शामिल हैं। इससे साथ ही पुलिस ने मंगलवार शाम को शहर में हुए दंगों के सिलसिले में पांच लोगों को नामजद किया है और इन लोगों दंगों के दौरान 200-300 मुस्लिमों की उग्र भीड़ का नेतृत्व किया था और पुलिस को मौत के घाट उतारने के लिए कहा था। उग्र मुस्लिम लश्कर, पत्थर, छड़ और अन्य हथियारों से लैस थे और 11 अगस्त की रात को उन्होंने केजी हल्ली और डीजे होली पुलिस थाने में तोड़फोड़ की और उन्हें खत्म करो के नारे लगाए। जानकारी के मुताबिक अब तक 146 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
Last Updated Aug 13, 2020, 6:47 PM IST