नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया है कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम पर हमले के दौरान पश्चिम बंगाल की पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। असल में रविवार को विहिप ने पश्चिम बंगाल के मालदा में सामुहिक विवाह कार्यक्रम रखा था। जिसमें गुंडों और उपद्रवियों ने मारपीट की और कार्यक्रम में तोड़फोड़ की।

 विहिप ने रविवार को एक मालदा गांव में गरीब जोड़ों के लिए सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया था।  विहिप नेआरोप लगाया है कि झारखंड देशम पार्टी के उपद्रवियों ने पुलिस की उपस्थिति में इस कार्यक्रम को बाधित किया था। विहिप ने पुलिस पर मालदा जिले में सामूहिक विवाह आयोजन पर एक कथित हमले के दौरान निष्क्रियता का आरोप लगाया और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

 विहिप ने कहा कि राज्य में इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। क्योंकि राज्य में टीएमसी की सरकार है और वह किसी भी हिंदू समाज के कार्यक्रम को नहीं होने देना चाहती है। विहिप ने मालदा गांव में गरीब जोड़ों के लिए सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया था। विहिप का कहना है कि उपद्रवियों ने पुलिस की उपस्थिति में इस कार्यक्रम को बाधित किया। जबकि इसके लिए राज्य सरकार से अनुमति ली गई थी और पुलिसकर्मी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। इसके बावजूद, इस समारोह में उपद्रवियों ने हमला किया। विहिप ने कहा कि इस समारोह में 133 आदिवासी जोड़ों का सामूहिक विवाह किया गया था।