भारतीय जनता पार्टी की उभरती फायरब्रांड नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चुनाव के नतीजों तक कुछ नहीं बोलेंगी। साध्वी ने 21 पहर यानी 63 के लिए मौन व्रत रखा है। अब साध्वी 23 मई को आने वाले नतीजों के बाद ही मीडिया से बातचीत करेंगी। साध्वी ने अपने बयानों पर मौन व्रत के जरिए प्रायश्चित कर रही हैं।

मध्य प्रदेश की भोपाल सीट पर बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को कड़ी टक्कर दी है। चुनाव में कौन किसे मात देगा ये तो 23 मई को पता चलेगा। लेकिन साध्वी पूरे प्रदेश ही देश में बीजेपी की फायरब्रांड नेता के तौर पर उभर गयी हैं। हालांकि चुनाव के दौरान साध्वी ने कई ऐसे बयान दिए, जिसके कारण उन्हें सुर्खियां तो मिली लेकिन उनका विरोध भी हुआ।

कुछ दिन पहले ही साध्वी ने नाथू राम गोडसे को देशभक्त बताया था, हालांकि विरोध होने के बाद उन्होंने माफी मांग ली थी। लेकिन अब साध्वी अपने मौन व्रत को लेकर चर्चा में हैं। उन्हें चुनाव के बाद भी मीडिया में जबरदस्त कवरेज मिल रही है। साध्वी ने 21 पहर यानी तकरीबन 63 घंटे का मौन व्रत धारण किया है।

उधर साध्वी प्रज्ञा ने ट्विट के जरिए जानकारी दी है कि वह चिंतन मनन कर रही हैं और यदि उनके शब्दों से देशभक्तों को ठेस पहुंची है तो वह क्षमा प्रार्थी है। साध्वी ने लिखा है कि सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के लिए वह  प्रायश्चित कर रही हैं और इसके लिए वह 21 प्रहर के मौन रखेंगी। यह एक कठोर तपस्या है हरि: ओम। 

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान साध्वी ने बयान दिया था कि उन्होंने एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे को श्राप दिया था और इसके एक माह बाद आतंकवादियों की गोलियों से उनकी मौत हो गयी। जिसके बाद उनकी निंदा हुई और साध्वी ने माफी मांगी।