बागपत. सोशल साइट पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने के मामले में झारखंड की एक निचली अदालत ने 15 दिनों के भीतर आरोपी ऋचा पटेल को कुरान की पांच प्रतियां बांटने की शर्त पर जमानत दी है। यह मामला अब सियासी तूल पकड़ने लगा है। हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने इस आदेश को सीरिया जैसे देश का फतवा करार दिया है। 

साध्वी ने कहा कि, इस तरह तो दिल्ली, मुजफ्फरनगर में मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों को कांवड़ लेने भेजना चाहिए। ऐसे लोगों को कहना चाहिए कि, वेद की प्रतियां बांटो, देश में अमन चैन आएगा।

 साध्वी प्राची ने यह बयान बुधवार को बागपत में दिया है। साध्वी ने कहा कि, जिस तरह ऋचा पटेल के केस में कोर्ट का फैसला आया है, ठीक उसी तरह दिल्ली में दुर्गा मंदिर व मुजफ्फरनगर में हनुमान मंदिर तोड़ने वालों को कांवड़ लेने भेजे जाए। लेकिन मुझे विश्वास है कोई जाएगा नही और गया तो कोई न कोई बहुत बड़ी साजिश रच के आएगा। ऋचा पटेल के केस में झारखंड की सरकार को मामला अपने संज्ञान में तुरंत लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। 

साध्वी ने कहा कि, हर दिन हलाला होता है। एक सांसद की बेटी के साथ उसके ससुर ने छेड़खानी की। उस मामले को भी आगे बढ़ाना चाहिए। लेकिन सिर्फ भाजपा को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। 

साध्वी ने भाजपा विधायक पप्पू भरतौल का बचाव करते हुए कहा कि, एक पेड़ पर कड़वा फल लगता है तो उसी पेड़ के कुछ फल कड़वे भी होते हैं। लेकिन गद्दारों को अब कोई अपने घर में नहीं बैठाएगा। 

साध्वी ने हाल ही में उन्नाव व बागपत में जयश्रीराम न बोलने पर खास वर्ग को टारगेट किए जाने के मामले पर भी बयान दिया। कहा कि, देश के अंदर कुछ शरारती तत्व हैं, जो हिंदुस्तान को केवल तोड़ना चाहते हैं।