भोपाल: साध्वी प्रज्ञा और दिग्विजय सिंह की चुनावी जंग में निजी रंजिश का रंग दिखाई दिया। पूरे प्रचार के दौरान साध्वी ने घूम घूमकर अपने उपर हुए जुल्म का दास्तानें सुनाई और इसका जिम्मेदार दिग्विजय सिंह को बताया। 

एग्जिट पोल के परिणाम बताते हैं कि साध्वी के इस आक्रामक प्रचार का दुष्परिणाम दिग्विजय सिंह के सामने आ रहा है। 

•    मध्य प्रदेश की भोपाल सीट के लिए एबीपी न्यूज और नील्सन के सर्वे के मुताबिक साध्वी प्रज्ञा मुकाबले में दिग्विजय सिंह  आगे हैं। 

•    आज-तक एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में भी साध्वी आगे बताई जा रही हैं। 

•    इंडिया टीवी सीएनएक्स के एग्जिट पोल के मुताबिक भी भोपाल में दिग्विजय पर साध्वी प्रज्ञा भारी पड़ रही हैं। 

•    न्यूज नेशन के एग्जिट पोल में भी साध्वी को जीत हासिल होती हुई नजर आ रही है। 

दरअसल भोपाल सीट पर मुकाबला दिग्विजय सिंह के लिए आसान भी नहीं था। यह सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती रही है। साल 2014 के आम चुनाव में भी यहां बीजेपी प्रत्याशी आलोक संजर को जीत मिली थी। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को दुगुने से ज्यादा मतों से हराया था। 

जिस तरह भोपाल में बीजेपी साफ तौर पर जीत हासिल करती हुई और कांग्रेस की नैया डूबती हुई नजर आ रही है। कमोबेश वही हालत पूरे मध्य प्रदेश में भी है। यहां कांग्रेस को नाम मात्र की सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। 

•    टुडेज चाणक्य के पोल में मध्य प्रदेश पिछली बार यानी 2014 के परिणामों की तरफ जाता हुआ दिख रहा है। उनके एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश से बीजेपी को 27 और कांग्रेस को दो सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है।

•    न्यूज 18 नेटवर्क के सर्वेक्षण में बीजेपी को 24 से 27 और कांग्रेस को 2 से 4 सीटें मिलने की उम्मीद है।

•    एबीपी न्यूज नीलसन के सर्वे में कांग्रेस के लिए राहत तो है लेकिन वह बीजेपी के नीचे ही है। इस पोल सर्वे में बीजेपी को 24 और कांग्रेस को पांच सीटें मिलने का अनुमान जताया है।

•    रिपब्लिक टीवी - सी वोटर ने बीजेपी को 24 और कांग्रेस को 05 सीटें मिलती बताई है। 

•    टाइम्स नाऊ - वीएमआर  के सर्वे में बीजेपी को 21 से 24 और कांग्रेस 05 से 08 सीटें मिलती बताई गई हैं। 

•    आज तक एक्सिस माय इंडिया के पोल में बीजेपी को 26 से 28 और कांग्रेस को 1 से 3 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। 

2014 में मध्य प्रदेश से बीजेपी को 29 में से 27 सीटें मिली थीं। कांग्रेस बीजेपी दोनों ने यहां जबरदस्त चुनाव प्रचार किया था। 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सबसे ज्यादा ध्यान मध्यप्रदेश में दिया था। उन्होंने यहां 16 रैलियां की। जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां 8 जन सभाओं को संबोधित किया था।