लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने राज्य की भाजपा सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बाद, समाजवादी पार्टी (सपा) ने अप्रैल से  हर महीने की 22 तारीख को राज्य भर में तहसील स्तर पर भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है।

सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आगामी चुनाव के लिए रणनीति तैयार की गई है। जिसके तहत पार्टी जिला स्तर पर ब्लाक स्तर पर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।  पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा राज्य सरकार ने झूठे वादे करके लोगों को धोखा दिया है। सपा ने  फैसला किया है कि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता 22 तारीख को विरोध प्रदर्शन करेंगे। यूपी भर में तहसील स्तर पर  22 मुद्दों पर अप्रैल से हर माह प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके साथ ही 23 मार्च को राम मनोहर लोहिया की जयंती के अवसर पर राज्यव्यापी साइकिल यात्रा का आयोजन करेंगे।

वहीं सपा उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा, "हमने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चर्चा की कि संविधान कैसे खतरे में है। सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे मुद्दों पर देश में अशांति है। नागरिकता कानून में संशोधन की आवश्यकता नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एनआरसी को लेकर अलग-अलग बयान दिए हैं। जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। भाजपा द्वारा भेदभावपूर्ण राजनीति की जा रही है। एक भी स्मार्ट शहर नहीं बनाया गया है। हालांकि सपा की कार्यकारिणी बैठक में सपा के बागी विधायके के भविष्य को लेकर भी कोई फैसला नहीं हो सका है। सपा अभी भी सपा विधायक हैं और उन्होंने पिछले साल अपनी पार्टी का गठन किया था। जिसके बाद सपा ने अभी तक उन्हें पार्टी बर्खास्त नहीं किया है।