पुलवामा आतंकी हमले को लेकर दुनिया भर के अहम देशों से भारत को लगातार समर्थन मिलता जा रहा है। सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने का वादा किया है। सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने आतंकवाद के मसले पर कहा कि हम भारत के साथ हर तरह से सहयोग करने को तैयार हैं। हम इंटेलिजेंस से लेकर अन्य चीजों तक के लिए आपका साथ देंगे।

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से बातचीत के बाद पिछले हफ्ते पुलवामा में हुए बर्बर आतंकवादी हमले को मानवता विरोधी खतरा बताया। उन्होंने इसे दुनिया पर छाए कहर की एक और क्रूर निशानी बताया। पीएम ने कहा, इस खतरे से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद को किसी भी प्रकार का समर्थन दे रहे देशों पर सभी संभव दबाव बढ़ाने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद का आधारभूत ढांचा नष्ट करना, इसे मिलने वाला समर्थन समाप्त करना और आतंकवादियों तथा उनके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा, हमने अपने सामरिक वातावरण के संदर्भ में आपसी रक्षा सहयोग को मज़बूत करने और उसका विस्तार करने पर भी सफल चर्चा की है। हमारे ऊर्जा संबंधों को सामरिक गठजोड़ में तब्दील करने का समय आ गया है। 

पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि सऊदी अरब और भारत इस संबंध में साझा विचार रखते हैं। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, समुद्री सुरक्षा और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे। हमारे निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए मैं क्राउन प्रिंस को धन्यवाद देता हूं।'

वहीं, शहजादे बिन सलमान ने कहा, मैं भारत आ चुका हूं, लेकिन प्रतिनिधिमंडल के साथ मेरा पहला दौरा है। हमारे रिश्ते खून में शामिल है और हजारों साल पुराने हैं। बीते 50 सालों में इन संबंधों ने और मजबूती हासिल की है। हमारे हित एक सरीखे हैं। सऊदी अरब में आप 2016 में आए थे। तब से अब तक हमने बहुत सारी कामयाबियां हासिल की है। हमने 44 बिलियन डॉलर के निवेश पर सहमति जताई है। खास बात यह है कि इससे पहले शहजादा सलमान पाकिस्तान के दौरे पर गए थे और उन्होंने पाकिस्तान को 20 बिलियन डॉलर की मदद देने का ऐलान किया था। 

इससे पहले, क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि भारत और अरब प्रायद्वीप के बीच दोस्ती हमारे डीएनए में है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दोनों देशों के संबंध में और सुधार हो। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम सऊदी अरब और भारत के बीच अच्छी बात की उम्मीद कर सकते हैं।