विवादित बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराए जाने की 26वीं बरसी पर अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है। अयोध्या समेत कई स्थानों में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल शौर्य दिवस मनाएंगे वहीं मुस्लिम पक्ष काला दिवस के तौर पर मनाएगी। हालांकि पिछले कुछ दिनों की घटनाओं को देखते हुए शासन और प्रशासन ने किसी भी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तैयारियां पहले से की हैं। 

आज ही के दिन1992 में अयोध्या में हिंदू संगठनों ने बाबरी मस्जिद विवाद ढ़ाचे को गिरा दिया था। जिसके बाद पूरे देश में दंगे भी हुए थे। ढांचे के गिराए जाने के बाद हिंदू संगठन इसे शौर्य दिवस तो मुस्लिम संगठन काला दिवस के तौर पर मनाते हैं। विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी पर विहिप कारसेवकपुरम में शौर्य दिवस मना रही है। वहीं बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी बेनीगंज व टेढ़ीबाजार में काला दिवस मना रही है। दोनों संगठनों की तऱफ से न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे प्रदेश में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। लिहाजा लगातार हो रहे आयोजनों के चलते अयोध्या में कड़ी सुरक्षा कर दी है। 

विवादित परिसर को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए बैरीकेडिंग और मजबूत कर दी गई है। अयोध्या के येलो जोन की सुरक्षा को सख्त रखा जाएगा। एक जोन को सात सेक्टरों में बांटकर सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। अधिगृहीत परिसर क्षेत्र में केवल दर्शन व निकासी मार्ग ही खुला रहेगा। परिसर के अन्य मार्ग सील रहेंगे। अयोध्या के प्रवेश मार्गों पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। हमेशा की तरह धारा-144 लागू होने के चलते प्रशासन ने किसी नए कार्यक्रम को खुले में करने की अनुमति नहीं दी है। 

प्रशासन के इसी फैसले के बाद ही प्रयागराज से नागा बाबाओं का अयोध्या कूच का कार्यक्रम रद हो गया है। डीएम डॉ. अनिल कुमार पाठक ने बताया कि सुरक्षा का तीन स्तरीय कोडिंग प्लान लागू कर दिया जाएगा। विवादित परिसर को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए बैरीकेडिंग और मजबूत कर दी गई है। पिछले महीने 25 नवंबर को विहिप ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर धर्मसभा का आयोजन किया था। इसमें करीब दो लाख से ज्यादा विहिप कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया था। लिहाजा आज फिर प्रशासन के सामने सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चुनौती है। वहीं राज्य सरकार ने भी पूरे प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है। पिछले दिनों बुलंदशहर में दारोगा की हत्या के बाद राज्य सरकार फूंक फूंक कर कदम रख रही है।