नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने चीन में फंसे पाकिस्तानों को स्वदेश वापस लाने के लिए मना कर दिया है। चीन में फैले कोरोना वायरस से पाकिस्तानी भी प्रभावित हैं और पाकिस्तान ने साफ किया है कि उसके पास मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। लिहाजा वह चीन में फंसे पाकिस्तानियों को वतन नहीं ला सकते हैं।  पाकिस्तान को अपने आका से उम्मीद है कि वह पाकिस्तानी नागरिकों का ख्याल रखेगी। लेकिन चीन में फंसे पाकिस्तानियों को समुचित भोजन भी नहीं मिल रहा है।

चीन का वुहान शहर कोरोना वायरस से प्रभावित है और यहां पर सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन यहीं पर पाकिस्तान के भी लोग फंसे हुए हैं। लेकिन इन पाकिस्तानियों को वहां से निकालने के लिए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने मना कर दिया है। इमरान खान सरकार ने कहा कि पाकिस्तान के पास समुचित मेडिकल की सुविधा नहीं है। लिहाजा वह अपने देश के नागरिकों को वापस नहीं ला सकते हैं। पाकिस्तानी राजदूत ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण चीन में 304 लोगों की मौत हो चुकी है।

वहीं इसके संक्रमण के 14380 मामले चीन में सामने आ चुके हैं। हालांकि अभी तक भारत वुहान 654 भारतीयों को निकालने में सफल हो चुका है। लेकिन पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने इन लोगों को वापस लाने में अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। चीन में पाकिस्तान के राजदूत नगम्ना हाशमी ने कहा कि वुहान में फंसे पाकिस्तानी छात्रों को नहीं निकाला जाना चाहिए क्योंकि पाकिस्तान में मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। चीन के पास सबसे अच्छी मेडिकल सुविधाएं हैं।

लिहाजा चीन की सरकार इन लोगों का ख्याल पाकिस्तान से ज्यादा रखेगी। हालांकि इन छात्रों के परिजनों ने पाकिस्तान सरकार से इन छात्रों को वुहान से बाहर निकालने  की अपील की थी। चीन के वुहान शहर में चार पाकिस्तानी  इस वायरस की चपेट में हैं। गौरतलब है कि चीन में कोरोना वायरस के कारण 304 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और कई लोग इससे प्रभावित हैं। चीन के वुहान प्रांत में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिए और सड़कें बंद कर दी गई हैं।