नई दिल्ली। देश के जाने माने जज,  सेना के अफसर और नौकरशाहों ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा कि पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का मोहरा बनकर देश के स्वार्थी लोग देश को बदनाम करने की  साजिश कर रहे हैं। ये लोग इस्लामोफोबिया का खौफ दिखाकर दुनिया में भारत की छवि को खराब रहे हैं। लिहाजा इन लोगों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों से लेकर सेना और अखिल भारतीय सेवाओं के पूर्व अफसरों सहित कुल 183 पूर्व अफसरों ने देश भर के मुख्यमंत्रियों को इससे लिए पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि देश के खिलाफ एक बड़ी साजिश की जा रही है और तथाकथित बुद्धिजीवी और स्वार्थी लोगों का गैंग भारत की छवि को दुनिया में खराब कर रहा है। उन्होंने राज्यों के सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि कुछ स्वार्थी तत्व इस्लामोफोबिया के नाम पर झूठा प्रचार कर रहे हैं और धर्म विशेष के उत्पीड़न के जरिए झूठ बोल रहे हैं और ये लोग पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथों मोहरा बन गए हैं।

मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखने वालों में रिटायर्ज जज अनिल दवे, एसएन झा, एसएम सोनी, एमसी गर्ग, अंबादास जोशी, के श्रीधर राव, अशोक, पीएन रविंद्रन, पूर्व रक्षा सचिव योगेंद्र नारायण, पूर्व विदेश सचिव शशांक, पूर्व रा चीफ संजीव त्रिपाठी सहित, पूर्व लेफ्टिनेंट जर्नल गुरमीत सिंह, वीके चतुर्वेदी समेत 183 लोगों ने और उन्होंने इन लोगों के द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से सावधान रहने की सलाह दी है।

सिटीजन ऑफ इंडिया ग्रुप से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के अफसर और प्रतिष्ठित लोगों ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें महामारी से निपटने के लिए भोजन और स्वास्थ्य संसाधनों को लेकर जोर दे रही है और ये स्वार्थी गैंग इस्लामोफोबिया का झूठा राग अलाप रहे हैं और देश की छवि खराब करने की नापाक कोशिश कर रहे हैं।  इन लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया  में आईएसआई और पाकिस्तान की ओर संचालित ट्विटर हैंडलों के जरिए देश के खिलाफ चल ऑपरेशन में ये लोग उनका साथ दे रहे हैं। लिहाजा  इन लोगों पर नजर रखने की जरूरत है और इनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।