उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का रामपुर में जबरदस्त खौफ देखा जा रहा है। वहां पर जिले के बड़े अफसर आजम खान के खौफ से सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही छुट्टी की गुहार लगा रहे हैं। हालात ये हैं कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को छोड़कर ज्यादातर जिले के सभी अफसरों ने आजम खान से जान का खतरा बताया है।

रामपुर में लोकसभा का चुनाव हो चुका है और यहां से एसपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री आजम खान मैदान में हैं जबकि बीजेपी की तरफ से पूर्व सांसद जयाप्रदा चुनाव लड़ रही हैं। जिले में चुनाव तो हो गया है, लेकिन आजम खान और उनके समर्थकों का खौफ जिले के तमाम अफसरों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रहा है। जिले के एडीएम(प्रशासन) जगदंबा प्रसाद गुप्ता ने दो दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी।

गुप्ता ने सीधे तौर पर कहा कि उनकी जान को आजम खान से खतरा है। लिहाजा उन्हें समुचित सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने गुप्ता को सुरक्षा तो मुहैया करा दी। लेकिन अब गुप्ता आजम खान के खौफ से छुट्टी पर चले गए हैं। वहीं अब एसडीएम सदर प्रेम प्रकाश तिवारी ने भी एसपी को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा बताया है। फिलहाल इन दोनों अफसरों की सुरक्षा तो बढ़ा दी गयी हैं।

लेकिन आजम से डरे हुए अफसरों की फेहरिस्त काफी लंबी है। एडीएम प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता एवं सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश कुमार का कहना है कि उनके घर और दफ्तरों पर नजर रखी जा रही है। असल में लोकसभा चुनाव के पहले से ही आजम खान और जिला प्रशासन के बीच चली तनातनी चल रही है। गौरतलब है कि एसपी सरकार में आजम खान ने रामपुर को मुख्यमंत्री के तौर पर चलाया। यहां पर उनकी इजाजत के बगैर कोई फैसला नहीं होता था।

उस दौरान उनकी चोरी हुई भैंसों की जिला पुलिस द्वारा खोजबीन की खबर मीडिया की सुर्खियां बनी थी। आजम खान ने उस दौर में जो चाहा वह रामपुर में किया। लेकिन प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद उनकी रामपुर में हनक कम हो गयी। लिहाजा पिछले दो साल में आजम खान अफसरों को धमकी देते रहे। रामपुर के जिलाधिकारी आंज्यनेय कुमार सिंह ने पिछले दिनों आजम के ड्रीम प्रोजेक्ट को नियमों के तहत गिरा दिया था। जिसके बाद आजम खान और ज्यादा नाराज हो गए थे।