मुंबई। लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर के मतदान के लिए प्रचार का काम थम गया है। 19 मई को अंतिम दौर में 59 सीटों के लिए मतदान होगा। चुनाव के नतीजों से पहले ही शेयर बाजार फर्राटा भर रहा है। शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिली। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद बैंक तथा ऑटोमोबाइल कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में बीएसई का सेंसेक्स 537 अंक उछलकर 37,930 से ऊपर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी फिर 11,400 के स्तर के पार चला गया है। 

विशेषज्ञों के अनुसार बाजार आम चुनावों के बाद एक स्थिर सरकार और सुधार जारी रहने की उम्मीद कर रहा है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 537.29 अर्थात 1.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 37,930.77 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 38,001.13 अंक के स्तर पर पहुंच गया था जबकि नीचे यह 37,415.36 अंक तक चला गया था।

इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 150.05 अंक अर्थात 1.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,407.15 अंक पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान यह 11,426.15 अंक से 11,259.85 अंक के दायरे में रहा। शुक्रवार को खत्म हुए वोटिंग के दौरान सेंसेक्स 467.78 अंक अर्थात 1.24 प्रतिशत तथा निफ्टी 128.25 अंक अर्थात 1.13 प्रतिशत मजबूत हुए।

सेंसेक्स के शेयरों में बजाज फाइनेंस तथा बजाज आटो के शेयर 6.09 प्रतिशत बढ़त के साथ बंद हुए। इसका कारण कंपनी का तिमाही वित्तीय परिणाम बेहतर रहना है। इसके अलावा हीरो मोटो कार्प, मारुति, कोटक बैंक, एचडीएफसी, एचयूएल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोल इंडिया, एसबीआई, इंडसइंड बैंक तथा एशियन पेंट्स भी लाभ में रहे। इसमें 4.26 प्रतिशत तक की तेजी आई।

दूसरी तरफ यस बैंक, वेदांता, इंफोसिस, एचसीएल टेक, सन फार्मा, टीसीएस और एनटीपीसी में 2.36 प्रतिशत तक की गिरावट आई। रविवार को वोटिंग खत्म होने के साथ ही एग्जिट पोल भी आ जाएंगे। एग्जिट पोल के परिणाम आने से पहले निवेशकों ने बैंक तथा वाहन कंपनियों के शेयरों की लिवाली की जिससे बाजार को गति मिली।

सेंट्रम ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा शोध प्रमुख (संपत्ति) जगन्नाथम थुनूगुंटला ने कहा, ‘अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता को लेकर जारी अनिश्चितता के बावजूद बहुप्रतीक्षित एग्जिट पोल से पहले भारतीय बाजार ने शानदार मजबूती दिखाई है।’ उन्होंने कहा, ‘रविवार को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव से पहले चौतरफा लिवाली देखी गयी। यह बताता है कि बाजार को एग्जिट पोल में स्थिर सरकार बनने के संकेत मिलने की उम्मीद है।’ 

दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों में जापान के शेयर बाजारों में तेजी रही। वहीं अमेरिका-चीन व्यापार टकराव के कारण चीन तथा दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट का रुख रहा। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।