नई दिल्ली। सभी हिंदू शास्त्रों और पुराणों में गौ के महत्व को बताया गया है। भारत के सभी गांवों में गौ माता की पूजा होती है। चाहे रामायण हो या फिर महाभारत और या भागवत गीता, सभी में गौ पूजन के महत्व बताए गए हैं। कहा जाता है कि गौ में सभी भगवान वास करते हैं। वहीं अगर आप गौ की पूजा करते हैं तो घर के वास्तुदोष समाप्त होते हैं। वहीं अगर राशियों के अनुसार देखें तो गाय को हरा चारा खिलाने से बुध दोष और रविवार को गुड़ खिलाने से सूर्य दोष समाप्त होता है।

वहीं अगर आप सुबह शाम पूजा के वक्त गाय के घी का दिया अपने मंदिर या पूजा के स्थान में जलाते हैं तो घर से कई तरह के दोष समाप्त होते हैं। हिंदू धर्म में धार्मिक तौर पर गाय का बहुत महत्व है। विभिन्न अवसरों पर गाय की पूजा होती है। हिंदू शास्त्रों, वेदों और पुराणों में भी गाय की महिमा का वर्णन किया गया है और गाय की पूजा को उत्तम पूजा बताया गया है। महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण गाय को प्रेम करते थे और गोकुल में कृष्ण के साथ गाय की भी पूजा की जाती है।

प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आचार्य जिज्ञासु जी का कहना है कि शास्त्रों के मुताबिक गाय सभी देवी देवताओं का वास होता है। इसलिए कहा जाता है कि भोजन में से सुबह शाम एक रोटी गाय को खिलानी चाहिए और ऐसा कर आप सभी भगवान को खुश रखते हैं। यही ने हिंदू धर्म में मृत्यु होने के बाद गौदान का भी महत्व है। कहा जाता है कि ऐसा कर मृत आत्म को मोक्ष मिलता है।

गौ पूजन करें बाधाएं दूर

हिंदू शास्त्रों और ज्योतिष में गाय की पूजा कर आप अपने ग्रहों को शांत कर सकते हैं। कहा जाता है कि गाय की सेवा करने से सभी तरह का पाप धुल जाते हैं। अगर कोई बुध ग्रह से प्रताड़ित है और उसकी दशा नहीं चल रही है तो वह गाय को हरा चारा खिलाए ऐसा कर बुध ग्रह शांत होता है।

वहीं मंगल की दशा सुधारने के लिए गरीब और ब्राह्मणों को गौदान  करना चाहिए। सूर्य के लिए हर रविवार को गुड़ खिलाना चाहिए। वहीं नवग्रहों की शांति और शनि की दशा ठीक करने के लिए काली गाय का दान कर इन  शांत किया जा सकता है। कहा जाता है कि गाय की नियमित पूजा और सेवा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। 

ऐसे होते हैं वास्तुदोष खत्म

अगर आप घर बना रहे हैं तो पहले उस जमीन में गाय और उसके बछड़े को बांधे और फिर मकान का काम शुरू करें। ऐसा कर जमीन के दोष खत्म होंगे। इसके साथ ही पितृदोष दूर करने के लिए गाय को अमावस्या के दिन रोटी, गुड़ और चारा खिलाना चाहिए। ऐसा कर आपके दोष खत्म हो जाएंगे।

गाय का गोबर और गौमूत्र है उपयोगी 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में किसी पूजा या शुभ काम से पहले गाय के गोबर से उस जगह को लिपा जाता है। वहीं हवनकुंड में भी गाय के गोबर से बने उपलों से अग्नि जलायी जाती है। इस में गाय के घी और दूध से जो धुआं निकलता है। उससे घर में फैली नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।

वहीं  गौमूत्र का सेवन करना फायदेमंद होता है। शास्त्रों के मुताबिक पहले ऋषि मुनि सूर्य, चन्द्रमा, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, केतु, वरुण और वायु आदि देवताओं यज्ञ के जरिए खुश किया करते थे और इसमें वह गाय के बने उत्पादों का प्रयोग करते थे।