बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में पांव रखते ही कांग्रेस की मुश्किल बढ़ा दी है। उनकी मौजूदगी में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके बीजेपी में शामिल हो गए। 

बिलासपुर में अमित शाह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उइके फिलहाल पाली तानाखार सीट से विधायक है। उन्होंने  बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा, कि ‘कांग्रेस में आदिवासियों की उपेक्षा हो रही है। कांग्रेस अब आदिवासियों की हितैषी नहीं रही। उसकी कथनी और करनी मे फर्क है’। 

रामदयाल उइके आदिवासियों के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। वह पहले बीजेपी में ही थे, लेकिन पूर्व कांग्रेसी नेता अजीत जोगी ने उन्हें कांग्रेस में शामिल कर लिया था। 

इस तरह देखा जाए, तो रामदयाल उइके की घर वापसी हुई है। 

छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने की आशंका जताई जा रही है। पिछले चुनाव में बीजेपी को 41 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस 40.3 फीसदी वोट हासिल करके उससे थोड़ा ही पीछे थी। 

ऐसे में आदिवासियों इलाकों मे गहरी पैंठ रखने वाले रामदयाल उइके को बीजेपी में शामिल करा के अमित शाह ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। क्योंकि अगर वह एक फीसदी वोट स्विंग भी बीजेपी के पक्ष में कराने में सफल हो गए, तो छत्तीसगढ़ में पूरा खेल ही बदल जाएगा।