प्रज्ञा ज्योति बुद्धिस्ट नोविस स्कूल एंड मेडिटेशन सेंटर में 15 बाल लामा शिक्षा ले रहे थे। बच्चों ने सेंटर के बांग्लादेशी संचालक बौद्ध भिक्षु संघप्रिय के खिलाफ घिनौनी करतूत करने की शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस पीड़ित नाबालिग बच्चों से पूछताछ कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।


पीड़ित बच्चों की उम्र 7 से 13 साल के बीच है। बच्चे असम के रहने वाले हैं। बच्चो के साथ हो रहे गंदे कृत्य की सूचना मिलने के बाद बच्चों के परिजन असम से बोधगया पहुंचे। आरोप है कि यहां आकर पीड़ित बच्चों के परिजनों ने मामले की जानकारी लेनी चाही तो आरोपी भिक्षु द्वारा सभी 15 पीड़ित बच्चों को संस्था से बाहर निकाल दिया गया।


बौद्ध भिक्षु की दरिंदगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संस्था से निकालते वक्त बच्चों को कपड़े भी नहीं दिए। किसी प्रकार बच्चों के परिजन सभी बच्चों को लेकर गया के विष्णुपद थाना क्षेत्र के असम भवन में पहुंचे। यहां मेडिटेशन सेंटर में बच्चों ने उन्हें सारी बात बताई। 


मामले की जानकारी पुलिस को दी गई, इसके बाद पुलिस हरकत में आई। मेडिटेशन सेंटर में शेष बचे बाल लामाओं को पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया है। सबकी मेडिकल जांच कराई जाएगी।
विगत दिनों बिहार के शेल्टर होम्स में यौन शोषण के सामने आये मामलों को देखते हुए इस घटना गंभीर सवाल खडे़ कर दिए हैं।